Budaun Double Murder Case: आरोपी जावेद द्वारा अपने दो बेटों की हत्या (Budaun Double Murder Case) के मामले में गुरुवार को उझानी कोतवाली में पुलिस अधिकारियों ने बदायूं के बाबा कॉलोनी निवासी विनोद ठाकुर से पूछताछ की। इसके बाद एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बदायूं में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खुलासा किया कि पूछताछ के दौरान जावेद ने बताया था कि उसका बड़ा भाई साजिद बच्चे न होने के कारण मानसिक रूप से परेशान था। वह बच्चों के प्रति घृणा रखता था और अक्सर उन्हें देखकर क्रोधित हो जाता था। घटना वाले दिन जावेद साजिद के साथ बाइक पर आया और संगीता के घर के नीचे खड़ा हो गया जबकि साजिद घर के अंदर चला गया।
जावेद ने बरेली में किया था सरेंडर
जब साजिद ने देखा कि जावेद ने दो बच्चों की हत्या कर दी है तो वह बाइक से भाग कर घर चला गया। वहां से वह दिल्ली के लिए रवाना हो गये। यह जानने पर कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है वह गुरुवार को बरेली पहुंचा और पुलिस स्टेशन की ओर जा रहा था जब दो लोगों ने उसे एक टेम्पो में रोका और पुलिस को सूचित किया, जिससे वह पकड़ा गया। वहां पहुंचते ही जावेद ने खुद को बरेली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इसके बाद पुलिस उसे बदायूं ले आई। जावेद को सुबह 11:45 बजे पूछताछ के लिए यहां पुलिस स्टेशन लाया गया। पूछताछ के दौरान कोतवाली गेट पर मीडिया कर्मियों व अन्य लोगों ने हंगामा किया लेकिन किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया।
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पूछताछ के बाद पुलिसकर्मी उसे सफेद टाटा सूमो कार में बैठाकर ले गए। इस आंदोलन के दौरान मीडिया (Budaun Case Update) कर्मियों ने उन्हें बातचीत के लिए रोकने का प्रयास किया। इस पूरी कार्रवाई के दौरान एसएसपी आलोक प्रियदर्शी समेत पुलिस अधिकारी और सिविल लाइंस थाने के जवान भी कोतवाली में मौजूद रहे। उझानी कोतवाली में पूछताछ के बाद एसओजी अधिकारियों की एक टीम आरोपी जावेद को कार में बैठाकर बाहर ले गई और मीडिया की गाड़ियां उनके पीछे-पीछे बाईपास तक गईं। बाईपास से वे मुजरिया, बिल्सी और वजीरगंज की ओर बढ़े अंततः शहर के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन पहुंचे।
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उधर, पुलिस की गाड़ियां कादरचौक की ओर जाती दिखीं लेकिन कोतवाली पुलिस ने इसकी जानकारी होने से इनकार किया। पूछताछ करीब चार घंटे तक चली। उझानी कोतवाली में पूछताछ के बाद जब पुलिसकर्मी जावेद को गाड़ी में बैठाकर बाहर ले गए तो यह घोषणा होने पर हड़कंप मच गया कि जावेद का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में मेडिकल परीक्षण कराया जाएगा। कुछ पुलिस कर्मियों को जावेद को अस्पताल ले जाने की चर्चा करते हुए सुना गया लेकिन आखिरकार पुलिस की गाड़ियां जावेद की मेडिकल जांच को दरकिनार करते हुए स्टेशन रोड से लिंक रोड तक आगे बढ़ गईं।