Stock Market Boom : अमेरिका और भारत के बीच हुई डील के बाद आज भारतीय शेयर बाजार में हलचल देखने को मिल रही है। इसके बाद ही हम देख सकते हैं कि जो सेंसेक्स एक वक्त पर 76,138.97 तक पहुंच गया था और गिरावट के कारण बंद हो गया था, अब वही सेंसेक्स 76,388.99 पर खुला है। जबकि निफ्टी 23,096.45 पर प्रारंभ हुआ।
आपको बता दें कि BSE सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से 18 शेयरों में तेजी थी, जबकि बाकी के 12 शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही थी। सबसे बड़ी गिरावट अडानी पोर्ट के शेयर में 1 प्रतिशत से अधिक रही, जबकि सबसे ज्यादा तेजी ICICI बैंक के शेयर में 1 प्रतिशत से ज्यादा रही। निफ्टी के टॉप 50 शेयरों में से 32 शेयरों में उछाल था, जबकि 17 शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
ग्लोबल मार्केट को मिली रफ्तार
दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों के चलते अमेरिकी बाजारों में रातभर तेजी देखने को मिली। Dow Jones 342.87 अंक या 0.77 प्रतिशत चढ़कर 44,711.43 पर बंद हुआ। S&P 500 में भी 1 प्रतिशत की बढ़त रही। वहीं, एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख देखने को मिला, जहां जापान और चीन के बाजारों में गिरावट आई, जबकि हांगकांग और कोरिया के बाजारों में उछाल रहा।
किन शेयरों को होगा मुनाफा ?
मोदी और ट्रंप के बीच हुई बातचीत के बाद आज टेक्नोलॉजी, ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और तेल कंपनियों के शेयरों पर विशेष ध्यान हो सकता है। इसके अलावा, कुछ पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज (PSU) के शेयरों में भी तेजी देखी जा सकती है। साथ ही, अमेरिका में बड़े पैमाने पर कारोबार करने वाली कंपनियों के शेयरों में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
कैसे काम करता है शेयर बाजार ?
शेयर बाजार का कामकाज पूरी तरह से डिमांड और सप्लाई के सिद्धांत पर आधारित होता है। इसका सीधा हिसाब ये है कि जिस शेयर की मांग ज्यादा होगी, उसका मूल्य बढ़ेगा, जबकि जिसकी मांग कम होगी, उसका मूल्य घट जाएगा। इसे समझने के लिए आप इसे किसी वस्तु के व्यापार से जोड़ सकते हैं।
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शेयर बाजार एक व्यवस्थित प्लेटफ़ॉर्म है जहां खरीदार और विक्रेता एक साथ मिलकर काम करते हैं, और कंपनियों के शेयरों का आदान-प्रदान करते हैं। इन बाजारों का मूल सिद्धांत आपूर्ति और मांग पर आधारित होता है, जहां शेयरों की कीमतें कंपनियों के संभावित मूल्य और समग्र बाजार स्थितियों के आधार पर बदलती रहती हैं। जब अधिक लोग किसी शेयर को खरीदने की इच्छा रखते हैं, तो उसकी कीमत सामान्यतः बढ़ जाती है, जबकि इसके विपरीत, जब बेचने वाले अधिक होते हैं, तो कीमत गिर सकती है।
क्या है प्राथमिक और द्वितीयक बाजार ?
शेयर बाजार प्राथमिक और द्वितीयक(Primary and secondary) दोनों तरह के बाजारों का समर्थन करते हैं। प्राथमिक बाजार वह स्थान होता है जहाँ नए स्टॉक पहली बार आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश) के माध्यम से जारी किए जाते हैं। इसमें कंपनियाँ सीधे निवेशकों को शेयर बेचकर पूंजी जुटाती हैं, जिसका उपयोग वे अपने व्यवसाय संचालन या विस्तार के लिए करती हैं। एक बार जब ये शेयर जनता में प्रचलित हो जाते हैं, तो वे द्वितीयक बाजार में स्थानांतरित हो जाते हैं, जहाँ अधिकांश व्यापार होता है। द्वितीयक बाजार में, निवेशक आपस में मौजूदा शेयरों का व्यापार करते हैं, और इस प्रक्रिया में कंपनी का कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं होता है।
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एशियाई बाजारों में भी आई तेजी
भारतीय शेयर बाजार के तेजी से खुलने के संकेत पहले ही मिल चुके थे। गिफ्ट निफ्टी 92 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था, और एशियाई देशों के शेयर बाजारों में भी सकारात्मक रुझान देखा जा रहा था। हैंगसेंग में 509 अंकों की उछाल आई है, जबकि कोस्पी, जकार्ता और शंघाई के बाजारों में भी तेजी देखी जा रही है।