Stock Market : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 7 मई की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कम से कम 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। इस जवाबी कार्रवाई के बाद शेयर बाजारों में हल्की गिरावट ज़रूर दर्ज हुई, लेकिन कोई बड़ी अफरा-तफरी देखने को नहीं मिली। सुबह के सत्र में बीएसई सेंसेक्स 0.2% या 155.7 अंकों की गिरावट के साथ 80,641 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, वहीं एनएसई निफ्टी 0.3% यानी 81.55 अंक टूटकर 24,379 तक फिसल गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर इस घटनाक्रम का अपेक्षाकृत अधिक असर पड़ा — निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में 2% और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2.2% की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार में कुल 4,072 शेयरों का कारोबार हुआ, जिनमें से 3,209 शेयर लाल निशान में बंद हुए जबकि मात्र 742 शेयर ही हरे निशान में टिके रह सके। सबसे अधिक नुकसान झेलने वाले शेयरों में अदाणी एंटरप्राइजेज, जियो फाइनेंशियल, एसबीआई लाइफ, ट्रेंट और इटरनल प्रमुख रहे।
बाजार क्यों नहीं घबराया?
विश्लेषकों का मानना है कि भारत की यह सैन्य कार्रवाई बेहद लक्षित, सीमित और संतुलित थी। इस अभियान में पाकिस्तान के सैन्य ढांचों को निशाना नहीं बनाया गया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि भारत की मंशा जवाबी कार्रवाई तक सीमित है, न कि युद्ध भड़काने की। इसी कारण बाजार में घबराहट का माहौल नहीं बना। इंडिया VIX, जो कि निवेशकों की चिंता और बाजार में अस्थिरता को दर्शाता है, केवल 1.73% बढ़ा और 19.33 के स्तर पर पहुंचा — यह संकेत है कि निवेशक स्थिति को लेकर अधिक चिंतित नहीं हैं।
क्या है विश्लेषकों की राय ?
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव ने बाजार की हालिया तेजी को थोड़ा धीमा जरूर किया है, लेकिन जब तक यह तनाव पूर्ण युद्ध में नहीं बदलता, तब तक बड़ी गिरावट की आशंका नहीं है।”
वहीं जियोजित फाइनेंशियल के वीके विजयकुमार ने टिप्पणी की, “ऑपरेशन सिंदूर की खासियत इसकी रणनीतिक स्पष्टता और संयम में रही। बाजार को पहले से इस तरह की प्रतिक्रिया की आशंका थी, इसलिए कोई बड़ा झटका नहीं लगा।” अब बाजार की निगाह पाकिस्तान की संभावित प्रतिक्रिया और अमेरिका की फेडरल रिजर्व की नीति बैठक पर टिकी हुई है। माना जा रहा है कि फेड दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा, लेकिन फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की महंगाई और विकास दर को लेकर की गई टिप्पणियां बाजार की चाल को प्रभावित कर सकती हैं।
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भारतीय सेना ने यह स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पूरी तरह से सीमित दायरे में और आतंक के खिलाफ लक्षित था। इसमें केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिससे यह संदेश गया कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा, लेकिन उसकी रणनीति संतुलित और जवाबदेह है।