Share Market : बेंगलुरु स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल निर्माता सिंपल एनर्जी अब शेयर बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारियों में जुटी है। कंपनी का इरादा वित्त वर्ष 2026-27 की दूसरी या तीसरी तिमाही में अपना आईपीओ (Initial Public Offering) लॉन्च करने का है। इस सार्वजनिक निर्गम के जरिए कंपनी करीब 3,000 करोड़ रुपये (लगभग 350 मिलियन डॉलर) की पूंजी जुटाने की योजना बना रही है।
फंड का इस्तेमाल कहां होगा?
कंपनी का यह रणनीतिक कदम भारत में तेजी से विकसित हो रहे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर में खुद को और अधिक मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है। आईपीओ से मिलने वाली राशि का उपयोग कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाने, नए तकनीकी नवाचारों में निवेश करने और देशभर में अपने उत्पादों की पहुंच को मजबूत करने में करेगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 2030 तक भारत में बिकने वाले हर तीन वाहनों में से एक इलेक्ट्रिक हो, जो भारत सरकार की ग्रीन मोबिलिटी नीति के तहत तय किए गए लक्ष्य के अनुरूप है।
दमदार ग्रोथ और भविष्य की योजनाएं
सिंपल एनर्जी ने अभी तक अपने विकास के शुरुआती चरण में ही लगभग 500% की सालाना वृद्धि दर्ज की है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 800 करोड़ रुपये का रेवेन्यू लक्ष्य तय किया है और अगले 18 महीनों में 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का टर्नओवर हासिल करने की उम्मीद जता रही है।
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IPO से पहले का रोडमैप
कंपनी वर्तमान में कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल जैसे राज्यों में अपनी मौजूदगी को तेजी से बढ़ा रही है। सिंपल एनर्जी का उद्देश्य आईपीओ से पहले अपने डीलर नेटवर्क को मौजूदा 15 से बढ़ाकर 250 आउटलेट्स तक ले जाना है और 1 लाख यूनिट इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की बिक्री को पार करना है। इस प्रयास से कंपनी की बाजार हिस्सेदारी वर्तमान 0.3% से बढ़कर 5% तक पहुंचने की उम्मीद है।