Shark tank india: मोटर्स का जुनून,16 साल के छात्र ने शार्क टैंक इंडिया में दिखाई बिजनेस क्रिएटिविटी

पुणे के 16 साल के मीत देओरे ने शार्क टैंक इंडिया में अपनी इलेक्ट्रिक बाइक स्टार्टअप देनी बाइक्स पेश की है। पूरी तरह मेड इन इंडिया इस बाइक का निर्माण 40,000 में होता है। शार्क्स ने उनके जुनून और क्रिएटिविटी की तारीफ की। हालांकि इनवेस्टमेंट नहीं मिला, पर सलाह और प्रेरणा जरूर मिली है।

Shark Tank

Shark tank india: शार्क टैंक इंडिया के सीजन 4 का कैंपस वर्जन इस बार कुछ खास लेकर आया है। यहां यंग एंटरप्रेन्योर अपने जबरदस्त आइडियाज और क्रिएटिविटी दिखा रहे हैं। हाल ही में आए एक एपिसोड में पुणे के 16 साल के मीत देओरे ने सबका दिल जीत लिया। मीत, जो 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं और JEE की तैयारी में जुटे हैं, अपने दमदार स्टार्टअप आइडिया के साथ आए थे।

देनी बाइक्स मीत की मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक बाइक

मीत ने अपनी खुद की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल ब्रांड देनी बाइक्स लॉन्च की है, जो पूरी तरह मेड इन इंडिया है। उन्होंने बताया कि एक बाइक बनाने में करीब 40,000 खर्च होता है। इस प्रोजेक्ट को और बड़ा बनाने के लिए मीत ने शार्क्स से 30 लाख के निवेश की मांग की और इसके बदले 10% इक्विटी देने की बात रखी। इस वैल्यूएशन पर उनकी कंपनी करीब 3 करोड़ की है। सबसे मजेदार बात ये है कि देनी नाम उनके पेरेंट्स के सरनेम देओरे और निकम से लिया गया है।

बचपन से मोटर्स का दीवाना

मीत का मोटर्स के लिए प्यार कोई आज की बात नहीं है। उन्होंने बताया कि ये जुनून कक्षा 2 से शुरू हो गया था। इतना ही नहीं 10 साल की उम्र में उन्होंने एक इलेक्ट्रिक गो-कार्ट भी बना लिया था। शार्क्स उनकी इस कहानी पर दंग रह गए।अमन गुप्ता ने हंसते हुए कहा क्या कर रहा है मीत 16 साल में मुझे ये भी नहीं पता था कि कॉमर्स लेना है या साइंस।

मिलकर चला टेस्ट राइड और हंसी का दौर

शो में मीत ने अपनी बाइक का डेमो भी दिया। अमन गुप्ता ने जब बाइक टेस्ट की तो परफॉर्मेंस में थोड़ी कमी निकली। लेकिन शार्क्स ने मीत की लगन और क्रिएटिविटी को खुलकर सराहा। अनुपम मित्तल ने मजाक में कहा भाई फैमिली को भी काम पर लगा दिया।

इस बार इनवेस्टमेंट नहीं, लेकिन ढेर सारी सीख

हालांकि इस बार मीत को इन्वेस्टमेंट नहीं मिला, लेकिन शार्क्स ने उन्हें कई काम की बातें बताईं। उन्होंने कहा कि मीत अगले दो साल में इस प्रोजेक्ट को और बेहतर बनाएं।

युवाओं के लिए प्रेरणा

मीत देओरे की कहानी बताती है कि उम्र बस एक नंबर है। अगर जुनून हो तो बड़ी से बड़ी चीज मुमकिन है। उनकी मेहनत और जज्बा हर उस यंगस्टर के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करना चाहता है।

Exit mobile version