देश में लगातार साइबर क्राइम का केस बढ़ता जा रहा है। भारत में साल 2021 में साइबर क्राइम के 52,974 मामले दर्ज किए गए है। वहीं, अब साइबर फ्रॉड का शिकार अब जानी-मानी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया यानी SII भी हो गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया यानी SII के एक डायरेक्टर साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए है। न्यूज एजेंसी ने पुणे पुलिस के हवाले से यह जानकारी दी है। जहां एक अनजान शख्स ने 1 करोड़ रुपए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। यह पूरी घटना बुधवार कि बताई जा रही है। खास बात तो यह है कि जिस व्यक्ति ने ठगी को अंजाम दिया है, उसने खुद को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का CEO अदार पूनावाला बताया और पैसे ट्रांसफर करने को कहा। पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर प्रताप मंकर ने कहा कि कंपनी के डायरेक्टर सतीश देशपांडे की ओर से बूंद गार्डन पुलिस थाने में केस दर्ज करवाया गया है। उन्होंने बताया कि मेरे पास एक वॉट्सऐप मैसेज आया, जिसमें शख्स ने खुद को अदार पूनावाला बताया। मैसेज में एक 1 करोड़ रुपए मांगे गए। मैंने जब पैसे ट्रांसफर कर दिए गए तो पता चला कि मेरे साथ ठगी हुई है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि मैसेज पर आने वाला नंबर अदार पूनावाला का ही था।
कंपनी के अधिकारियों ने यह मेसेज CEO का समझकर पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए थे। पैसे ट्रांसफर करने के बाद सतीश देशपांडे को ऐहसास हुआ कि अदार पूनावाला कभी भी इस तरह के मैसेज करके पैसे नहीं मांगते हैं। उसके बाद उन्होंने कंफर्म किया तो पता चला कि कंपनी के साथ ठगी हो गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने जुलाई में कहा था कि वह मंकीपॉक्स की mRNA वैक्सीन विकसित करने की योजना बना रहे हैं। इसमें Novavax कंपनी उनका साथ दे रही है। 23 जुलाई को मंकीपॉक्स को WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित की थी। इसी को ध्यान में रखते हुए सीरम इंस्टीट्यूट ने मंकीपॉक्स की वैक्सीन बनाने का फैसला किया है।
आपको बता दें कि हाल ही में साइबर क्राइम का एक और ताजा मामला गाजियाबाद से आया था। जहां, गाजियाबाद के मोदीनगर में केएन मोदी फाउंडेशन (K.N Modi Foundation) के 9 कॉलेजों का डेटा चुराकर हैकरों ने एक मिलियन डॉलर की मांग की थी। जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है।