2020 का वो भयावाह मंजर अब तक लोगों के जहन से निकला भी नहीं था कि एक बार फिर वो मंजर लोगों को अब याद आने लगा है। जहां अस्पतालों में बेड के लिए लोग भटक रहें थे, इलाज के लिए तड़प रहे थे, न अपने लोगों को देख पा रहे थे और ना छू पा रहे थे। 2020 में किसी ने अपने मां को खोया तो किसी ने अपने पिता को, तो कोई अनाथ हो गया। लेकिन अब ये डर एक बार फिर सताने लगा है, कोरोना का कहर एक बार फिर पनप रहा है।
बता दें कि चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस के संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है। यहां कोरोना के मामलों में फिर एक बार तेजी दिख रही है। कोरोना के मामलों में तेजी की वजह है जीरो कोविड पॉलिसी में दी जाने वाली ढील। हालात ऐसे हो गए है कि अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों का सैलाब आ गया है। इतना ही नहीं मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो रहा है। कुछ डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा हो सकती है मौत
चीन में हालात अब बिगड़ने लग गए है, अस्पतालों में बेड की कमी होने लगी है। दवाई की दुकानों मे लंबी-लंबी कतारे लगी हुई हैं। दवा की कमी के कारण उनकी कीमतें कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। इस समय चीन में एक कोरोना संक्रमित 16 अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है तो सोचिए खतरा कितना ज्यादा है। कोरोना से अगर सबसे ज्यादा खतरा है तो वो है बुजुर्ग वर्ग क्योंकि अब भी कई ऐसे बुजुर्ग है जिनका वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। एक्सपर्ट की माने तो अगर ऐसे ही हालात रहे तो 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होगी।
चीन में शवगृह में शवों के रखने की जगह नहीं
चीन की जो तस्वीरें सामने आ रही है वो भयानक हैं जिसका डर अब भारत को भी कहीं न कहीं सता रहा है। बता दें कि चीन के जुहाई शहर में हॉस्पिटल के कॉरिडोर में स्ट्रेचर पर लाशों की कतार लगी है। शवगृह में शवों के रखने की जगह नहीं बची है। बीजिंग की हालत तो जुहाई से भी ज्यादा खराब है। यहां चुइयांग्लु अस्पताल का यह हाल है कि मरीज और शव एक ही कमरें में हैं। एक तरफ लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो उसके ठीक बगल में कई शव रखें हुए हैं।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने जारी किया बयान
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने एक बयान जारी कर कहा है कि, कोविड-19 में ‘श्वसन प्रणाली के विफल होने’ से होने वाली मौतों को ही आधिकारिक आंकड़ो में शामिल किया जाएगा। देश में कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वैरिएंट के नए सब वैरिएंट से संबंधित संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, चीन वर्तमान में मुख्यत: अत्याधिक संक्रामक ओमाक्रॉन वैरिएंट के दो सब वैरिएंट-बीए.5.2 और बीएफ.7 से प्रभावित है।