कर्नाटक विधानसभा में विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर लगाने पर अब बवाल शुरु हो गया है। विपक्षी पार्टियां सत्ता में काबिज बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर है। विपक्ष राज्य सरकार पर निशाना साध रही हैं। बता दें कि कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा में सावरकर की फोटो लगाए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए हंगामा शुरु कर दिया है। इस दौरान उन्होंने नेहरू व अन्य की फोटो हाथ में लेकर प्रदर्शन किया।
सावरकर की तस्वीर लगाने की कोई जरूरत नहीं- सिद्धरमैया
असेंबली हॉल में विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर लगाने पर आपत्ति जताते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि सावरकर विवादास्पद आदमी थे। विधानसभा में सावरकर की तस्वीर लगाने की कोई जरूरत नहीं है।
वहीं इस मामले पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी एक बयान देते हुए कहा कि सिद्धारमैया से पूछिए दाऊद इब्राहिम की लगाना है क्या? सावरकर एक सच्छे देशभक्त थे। वह कई सालों तक अंडमान निकोबार की जेल में रहे। कांग्रेसी तो एक दिन भी जेल में नहीं रह सकते। जिन कांग्रेसियों ने बलिदान दिया है वह आपका कांग्रेस नहीं है। ये तो नकली कांग्रेस है।
सावरकर की तस्वीर के अनावरण के बाद कांग्रेस के खेमे में हलचल
बता दें कि आज सुबह कर्नाटक विधानसभा के असेंबली हॉल में सावरकर की तस्वीर का अनावरण किया गया। जिसके बाद कांग्रेस के खेमे में हलचल मच गई। कांग्रेस विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। कांग्रेस ने इसको लेकर कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर को पत्र भी लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि, बीआर अंबेडकर, सरदार वल्लभभाई पटेल बसवन्ना, कनक दास और अन्य महापुरुषों की तस्वीरें लगनी चाहिए।