कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘मोदी सरनेम’ को लेकर मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के खिलाफ सूरत कोर्ट में चुनौती देने जा रहे हैं। जिसपर बीजेपी प्रवक्ता ने तंज कसते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी अपने परिवार के साथ सूरत कोर्ट में नौटंकी करने जा रहे हैं।
“राहुल और रिस्पॉसब्लिटी कांन्ट गो टुगेदर”
उन्होंने कहा कि ” राहुल कोर्ट में परिजनों और पार्टी नेताओं को क्यों ले जा रहे हैं। उनकी क्या जरुरत है? राहुल गांधी जले में घी डालने का काम कर रहे हैं। सूरत में ऐसा प्रदर्शन करके आप ओबीसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे हैं। राहुल गांधी और उनके परिवार को कोर्ट ने माफी मांगने का मौका भी दिया था, लेकिन उन्होंने कहा कि गांधी कभी मांफी नहीं मांगते।”
उन्होंने कहा कि “राहुल और रिस्पॉसब्लिटी कांन्ट गो टुगेदर” यानी एक राहुल और दूसरा जिम्मेदारी एक साथ नहीं चल सकते। जैसे उन्होंने राफेल मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के कहने पर कान पकड़ कर माफी मांगी थी। ठीक वैसे ही अभी भी माफी मांग लेते। लेकिन वह लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाना चाहते थे।”
“गांधी परिवार के लिए देश का कानून अलग क्यों होगा?”
इस बीच संबित पात्रा ने एक सवाल करते हुए कहा कि ” आखिर ओबीसी के लिए नफरत की ऐसी भावना क्यों? आपको कोर्ट के प्रति इतनी घृणा क्यों हैं? लोकतंत्र के प्रति हिनभावना क्यों हैं? जब इस मामले में आरोपी करार दिया तो भी आपने उसका अपमान किया। विदेशों में एजेंट को बयान जारी करने के लिए रखा है। कार्रवाई कानून के तहत हुई है। ” गांधी परिवार के लिए देश का कानून अलग क्यों होगा? ये लोग किस प्रकार की सोच रखते हैं।
“ये केवल अपने परिवार के बारे में सोचते है”
संबित पात्रा ने कहा कि नरसिम्हा राव के मामले में कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी? क्या उन्होंने उनका साथ दिया? लेकिन कार्रवाई होने पर विरोध प्रर्दशन शुरू हो गया। अन्य नेताओं पर कार्रवाई होने पर ये कोई प्रतिक्रिया या विरोध नहीं करते। ऐसा इसलिए क्य़ोंकि वे परिवार के सदस्य नहीं हैं। यह लोग केवल अपनी परिवार के बारे में सोचते है, इनका यहीं मानना है कि ये लोग देश से उपर हैं। अजय कुमार लल्लू को मानहानी के केस में सजा हुई तभी आपने कोई कुछ नहीं कहा।
”अब देश बदल गए है”
उन्होंने आगे कहा कि ” बीजेपी कहती है आप ओबीसी को टेकेन फॉर ग्रांटेड नहीं ले सकते है। आपको कोई हक नही उन्हें अपमानित करने का। अब देश पूरी तरह बदल चुका है। अब एक ट्राइबल महिला देश की राष्ट्रपति हैं। देश का प्रधानमंत्री ओबीसी वर्ग से आने वाला व्यक्ति हैं। कैबिनेट में कई सारे मंत्री ओबीसी वर्ग से हैं।