देश: एक बार फिर कोरोना अपनी तेज़ रफ़्तार में दौड़ता दिखाई दे रहा है. देश में बीते 24 घंटे में 13,313 नए मामले सामने आए हैं. मौतों का आंकड़ा भी बुधवार की तुलना में दोगुने से ज्यादा बढ़ा है. बुधवार को 13 मौतें हुई थीं, वहीं गुरुवार सुबह अपडेट आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 38 मौतें हुई हैं. इस समय कुल ACTIVE केस 83,990 हैं. आपको बता दे की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह 8 बजे अपडेट आंकड़ों के अनुसार देश में दैनिक संक्रमण दर फिलहाल 2.03 फीसदी है. हालात को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बढ़ते मामलों को लेकर विशेषज्ञों की कोर टीम के साथ आज एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई है.
देश में कोरोना की चौथी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. हफ्तेभर से रोजाना औसतन 10 हजार से ज्यादा नए संक्रमित सामने आ रहे हैं. इससे एक्टिव केसेस का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. अभी देश में 81 हजार से ज्यादा मरीज ऐसे हैं, जो कोरोना का इलाज करवा रहे हैं.
बुधवार के आंकड़ों की तुलना करें तो दैनिक संक्रमण दर 3.94 फीसदी से घटकर 2.03 पर आ गई है। हालांकि कल की तुलना में नए केस आज ज्यादा मिले हैं। बुधवार को 12,249 नए कोरोना मरीज मिले थे, जबकि, मंगलवार को 9,923 मामले सामने आए थे। मौतों का आंकड़ा भी बुधवार की तुलना में दोगुने से ज्यादा बढ़ा है। बुधवार को 13 मौतें हुई थीं, वहीं गुरुवार सुबह अपडेट आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में 38 मौतें हुई हैं।
देश में पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि देखी जा रही है। 10 राज्यों महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में 1,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं।
केरल के 11, मिजोरम के छह और महाराष्ट्र के पांच सहित भारत के 43 जिलों में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है। सूत्रों ने कहा कि 42 जिलों में, जिनमें राजस्थान के आठ, दिल्ली के पांच और तमिलनाडु के चार जिले शामिल हैं, साप्ताहिक संक्रमण दर 5 से 10 प्रतिशत के बीच है।
कई एक्सपर्ट्स कोरोना की इस नई लहर को ‘हल्की लहर’ मान रहे हैं. उसका कारण ये है कि इस लहर में जो संक्रमित हो रहे हैं, उनमें हल्के लक्षण हैं और वो दो से तीन दिन में ठीक भी हो जा रहे हैं. ज्यादातर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत भी नहीं पड़ रही है.
हालांकि, एक्सपर्ट्स ये भी कहते हैं कि भले ही कोरोना की नई लहर में गंभीर बीमारी नहीं हो रही है, लेकिन फिर भी सारे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है. मास्क पहनकर रखना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना जरूरी है.
किसी भी नए उभरते हुए वैरिएंट या सब-वैरिएंट की संभावना की जांच करने और संक्रमण के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए निर्देश जारी किया गया था। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के विशेषज्ञों के अनुसार, ओमिक्रॉन और इसके वैरिएंट मुख्य रूप से BA.2 और BA.2.38 कोविड के मामलों में मौजूदा वृद्धि के पीछे हैं। BA.2 और इससे जुड़े वायरस 85 फीसदी मामलों में मिले हैं, 33 फीसदी सैंपल में BA.2.38 मिला है।