मुजफ्फरनगर में सड़कों पर घूम रहे निराश्रित गोवंश किसानों के लिए मुसीबत बन गए है। आवारा पशु अब तक जिले में पांच से अधिक किसानों की जान ले चुके हैं। किसानों ने अपनी फसल और जान बचाने के लिए हाथों में लाठी-डंडे उठा लिए हैं।
ठंड के मौसम में खेतों में झुंड बनाकर पहरेदारी का दौर शुरू हो गया है। सर्द रात में किसान खेतों के पहरेदार बन गए हैं। खतरा जिले में हजारों की संख्या में सड़कों पर घूम रहे आवारा गोवंशीय पशुओं से है। लेकिन अब जल्द ही किसानों को आवारा पशुओं से निजात मिल जाएगी।
800 बीघा भूमि पर बनेगा गो आश्रय स्थल
दरअसल मुजफ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र में लगभग 800 बीघा भूमि पर उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा गो आश्रय स्थल बनने जा रहा है। जिसके बाद आवारा पशुओं को आश्रय मिल जाएगा और किसानों को राहत। इसी कड़ी में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने पशुपालन विभाग की टीम और जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण किया।
मुजफ्फरनगर में सड़कों और खेतों में आवारा घूम रहे गोवंश एक बड़ी समस्या बने हुए थे। जल्द ही जनपद वासियों को इस समस्या से निजात मिलने की संभावना है।