Why fast bowlers wear shoes with holes : क्रिकेट के मैदान पर आपने कई बार देखा होगा कि कुछ तेज गेंदबाजों के जूतों के आगे वाले हिस्से में छेद होता है। यह नजारा आम नहीं है, लेकिन जब कोई ध्यान देता है, तो यह सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर क्यों एक प्रोफेशनल खिलाड़ी अपने महंगे जूतों में छेद करता है? आईपीएल 2025 के दौरान भी राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को अपने जूतों में छेद करते हुए देखा गया। इससे पहले भी भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कई इंटरनेशनल मैचों में ऐसे ही जूते पहनते नजर आ चुके हैं।
आखिर क्यों करते हैं जूतों में छेद?
तेज गेंदबाज जब रनअप लेकर तेज़ी से दौड़ते हैं और फिर पैर जमीन पर पटकते हैं, तो सबसे ज़्यादा दबाव पैर के अंगूठे पर आता है। जूते अगर टाइट हों, तो अंगूठा दबने लगता है और कई बार उसमें चोट भी लग सकती है। इस दर्द और चोट से बचने के लिए गेंदबाज जूतों के आगे वाले हिस्से में छेद कर देते हैं, जिससे अंगूठे को ज्यादा जगह मिल सके और दबाव न पड़े।
क्या है इसका फायदा?
अंगूठे को राहत मिलती है, दौड़ते वक्त जूते का दबाव अंगूठे पर नहीं पड़ता, जिससे दर्द नहीं होता।
चोट से बचाव,लंबे स्पेल के दौरान अंगूठा सूज सकता है या उसमें चोट आ सकती है। छेद से ये परेशानी नहीं होती।
हवा का बेहतर प्रवाह,जूतों में हवा आने से पैर ठंडे रहते हैं और पसीना भी कम आता है।
संक्रमण का खतरा कम, कई बार पसीने के कारण नेल इंफेक्शन हो जाता है, जो ऐसे जूतों से टल सकता है।
तेज गेंदबाजों की बड़ी परेशानी
जोफ्रा आर्चर जैसे गेंदबाजों को लंबे समय तक बॉलिंग करनी होती है, खासकर टेस्ट मैचों में। ऐसे में जूते में अगर अंगूठा दबेगा तो दर्द इतना हो सकता है कि खिलाड़ी की गेंदबाज़ी पर असर पड़ जाए। इसलिए वे अपने जूतों में खुद से छेद कर लेते हैं, ताकि दौड़ते वक्त या गेंदबाजी के समय कोई दिक्कत न हो।
यह है एक खास ट्रिक
छेद करने की यह ट्रिक कोई फैशन नहीं बल्कि ज़रूरी मेडिकल और परफॉर्मेंस संबंधी कदम है। यह छोटे बदलाव तेज गेंदबाज के प्रदर्शन और आराम में बड़ा फर्क ला सकते हैं।