मणिपुर में पिछले तीन महीनों से चल रहे दो जातीय समुदाय के बीच विवाद अभी भी थमने का नाम नहीं लें रहा है। वहीं कुछ दिनों पहले मणिपुर में दो महिलाओं को नवस्रत करके घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसके क्रम में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सुनवाई की और मणिपुर सरकार से अहम सवालों का जवाब भी मांगा है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या -क्या सवाल किए ?
मणिपुर में महिलाओं के साथ ये शर्मशार कर देने वाली घटना पर आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की है। जिसे लेकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने पूछा है कि 4 मई की घटना पर पुलिस ने 14 मई को FIR दर्ज की। 14 दिनों तक कोई कारवाई क्यों नहीं की गई? साथ ही पूछा कि वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना सामनेे आई कि महिलाओं को नगन कर घुमाया गया और दो के साथ बालात्कार किया गया तो तब तक पुलिस क्या कर रही थी? आगे कहा कि मान लीजिए महिलाओं के खिलाफ 1000 मामले दर्ज है तो क्या सीबीआई सबकी जांच कर पाएगी?
अदालत में मांगी सभी केस की जानकारी
सीजेआई ने कहा कि हमें जानना है कि 6000 FIR का वर्गीकरण क्या है, इनमें कितने जिरो FIR है,क्या कारवाई हुई है, कितनी गिरफ्तारी है, आगे कहा कि हम कल सुबह फिर सुनवाई करेंगे हमें सबके जवाब चाहिए और परसो अनुच्छेद 370 केस की सुनवाई शुरू हो रही है इसलिए इस मामले की कल ही सुनवाई करनी होगी
पीडि़त महिलाओं का बयान कहां है?
आदालत में आगे पूछा गया कि पीडि़त महिलाओं का बयान कौन दर्ज करेगा ? एक 19 साल की महिला जो राहत शिविर में है, पिता और भाई की हत्या से घबराई हुई है । क्या ऐसा हो पाएगा कि न्यायकि प्रक्रिया उन तक पहुंच सके ?