वाशिंगटन। अमेरिका में बर्फीले तूफान लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। देश में बीस करोड़ से ज्यादा लोग बर्फीले तूफान की चपेट में आ चुके हैं। तो वहीं अब तक 30 की मौत हो गई है। कई शहरों में बिजली गुल है। तापमान शून्य से 42 डिग्री नीचे तक पहुंच गया है। जिससे सड़कों पर बर्फ जम गई है। वहीं एयरपोर्ट के रनवे पर बर्फ जमने की वजह पिछले चार दिन में 12 हजार फ्लाइट्स निरस्त हो चुकी हैं।
सड़कों पर जमी भारी बर्फ, मरीजों की पहुंच से दूर एंबुलेंस
अमेरिका में आए इस बर्फीले तूफान से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस की माने तो इस समय अमेरिका की 60 प्रतिशत आबादी यानी बीस करोड़ से ज्यादा लोग ठंड की चपेट में हैं। जिसमें से साढ़े छह करोड़ लोग तूफान के कहर का सीधे सामना कर रहे हैं। जबकि पांच लाख लोग बर्फीले तूफान की चपेट में आ चुके हैं। नेशनल वेदर सर्विस 17.7 करोड़ आबादी के लिए सर्द हवाओं की चेतावनी जारी की है। तेजी से तापमान गिरने की वजह से 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सड़कों पर भारी बर्फ जमी होने के कारण एंबुलेंस मरीजों तक नहीं पहुंच पा रही।
मोंटाना शहर में पारा -42 डिग्री सेल्सियस
इस तूफान से कई शहरों में बिजली गुल है। भारी बर्फबारी के कारण कई जगह बिजली की हाईटेंशन लाइनों में स्पार्किंग हुई। इसके बाद बिजली की सप्लाई ठप पड़ गई। कई शहर अंधेरे में डूब गए। देशभर में हजारों कारोबारियों का कामकाज ठप पड़ गया। कई शहरों में तो तापमान शून्य से 42 डिग्री नीचे तक पहुंच गया। मोंटाना शहर में पारा -42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तो वहीं बफेलो में 8 फीट बर्फ की चादर दिखाई दी।