Delhi New Liquor Policy: नई शराब नीति पर बवाल के बाद अब दिल्ली में पुरानी शराब नीति लागू होगी. दिल्ली में लागू नई शराब नीति को लेकर चल रहे बवाल को लेकर आप नेता मनीष सिसोदिया का कहना है कि बीजेपी यहां गुजरात की तरह नकली शराब बेचना चाहती है. दिल्ली में नई शराब नीति में कोई घोटाला नहीं होगा.
उन्होंने बताया कि पहले दिल्ली में ज्यादातर शराब की दुकानें सरकारी दुकानें थीं, भ्रष्टाचार बहुत था, उनसे लाइसेंस फीस भी कम ली जाती थी, हमने इन दुकानों को खत्म कर दिया है. मनीष सिसोदिया ने कहा नई नीति में भी पहले की तरह 850 दुकानें थीं, उन्होंने निजी दुकान मालिकों को ईडी और सीबीआई से दिलवाई.
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि धमकियां मिलने के बाद कई लोग दुकान छोड़कर चले गए. आज दिल्ली में 468 निजी शराब की दुकानें हैं. सिसोदिया ने कहा कि अब दिल्ली में शराब की पुरानी पॉलिसी लागू होगी. नकली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शराब बनाने और बेचने में सिर्फ बीजेपी के लोग शामिल हैं.
दिल्ली में पुरानी शराब नीति होगी लागू
सिसोदिया ने कहा कि पहले सरकार को साढ़े छह हजार करोड़ का राजस्व मिलता था और हम उन्हीं दुकानों से 9 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लेते हैं यानी सरकार की आय में डेढ़ गुना वृद्धि हुई है. बीजेपी वाले दिल्ली में शराब की किल्लत करना चाहते हैं, ताकि नकली शराब को बढ़ावा मिले और उन्हें फायदा हो.
उन्होंने बताया कि बीजेपी वाले ही शराब बनाने और बेचने में शामिल होते हैं. अब हमने तय किया है कि नई पॉलिसी को बंद करने के बाद हम सरकारी दुकानों के माध्यम से कानूनी शराब बेचेंगे, अब दिल्ली में पुरानी शराब नीति लागू होगी.
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