नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग बेहतर इलाज के लिए राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पहुंचते हैं, जिससे ओपीडी में लंबी कतार लग रहती है. लेकिन अब दिल्ली के बाह्य रोगी विभाग (OPD) में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की पर्ची महज 10 सेकंड में चेहरे और अंगूठे के निशान की मदद से बन जाएगी. एम्स (AIIMS) ने सोमवार से नए और फॉलोअप मरीजों की पर्ची आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) से बनाने का फैसला किया है.
राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी में शुरू हो रही इस सेवा के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्कैनर और क्यूआर कोड लगाए गए हैं. इसके अलावा पर्ची बनाने के लिए बायोमैट्रिक (अंगूठे का निशान, फेस रीडिंग) साइन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. मगर ये सुविधा सिर्फ आभा आईडी वाले मरीजों को ही दी जाएगी. जिनके पास आभा आईडी नहीं है वे काउंटर पर बनवा सकते हैं. हालांकि, आभा आईडी में पहले ही मरीज के इलाज से जुड़ी तमाम जानकारी अपलोड होगी.
नई सुविधा से वेटिंग टाइम आठ से दस गुना होगा कम
एम्स प्रशासन द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, आभा आईडी में पेशेंट की सारी इनफार्मेशन रहेगी, जिससे जब वह पर्ची काउंटर पर आए तो कार्ड पर बना क्यूआर कोड दिखाकर, अंगूठा लगाकर या अपना चेहरा दिखाकर पर्ची बना सकता है. इस दौरान उसे कोई जानकारी देने की जरूरत नहीं होगी, दरअसल, एम्स (AIIMS) की ओपीडी (OPD) में रोजाना हजारों मरीज आते हैं, अब इस नई सुविधा के आने से वेटिंग टाइम आठ से दस गुना कम हो जाएगा.
पोर्टल पर जाकर खुद भी बना सकते हैं अकाउंट
इसके साथ ही, पेशेंट आभा के पोर्टल पर जाकर खुद भी आईडी बना सकते हैं. नए अकाउंट के लिए उन्हें आधार नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर देना होगा. फिर नंबर डालने के बाद उनके फोन पर एक ओटीपी आएगा. जिसक बाद ओटीपी नंबर दर्ज करते ही आईडी जेनरेट हो जाएगी. वहीं, जिनके पास आईडी बनाने के लिए स्मार्ट फोन या कंप्यूटर की सुविधा नहीं है, वे एम्स (AIIMS) में अलग काउंटर पर जाकर अपनी आईडी बनवा सकते हैं.
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