Delhi Pollution: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली की हवा अब दिल्लीवासियों के लिए जान की दुश्मन बनती जा रही है। राजधानी दिल्ली में एयर क्वालिटी गंभीर होने की वजह से चारों तक धुंध है। आनंद विहार से कुछ तस्वीरें सामने आई है। इन तस्वीरों में साफ- साफ देखा जा सकता है कि दिल्ली के हालात कितने गंभीर बने हुए हैं। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 472 (गंभीर) श्रेणी में है। नोएडा में भी एक्यूआई लेवल 562 यानी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।
दिल्ली में AQI 450 के पार पहुंचने के बाद देश की राजधानी में प्रदूषण इमरजेंसी जैसे हालात हो गए है। इसी को देखते हुए दिल्ली में GRAP-4 लागू किया गया है। कल शाम 4 बजे के करीब दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 450 दर्ज किया गया था। बता दें कि 400 से ऊपर AQI को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। इस श्रेणी में हवा सेहत पर काफी बुरा असर डाल सकती है। खतरनाक स्तर पर AQI केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली के IGI एयरपोर्ट स्टेशन पर सुबह 7 बजे के करीब AQI 453 दर्ज किया गया। आनंद विहार पर AQI 473 दर्ज किया गया। ITO स्टेशन पर AQI 444 दर्ज किया गया है. वहीं, गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्टेशन पर AQI 411 दर्ज किया गया है. नोएडा सेक्टर 125 के स्टेशन पर AQI 377 रिकॉर्ड हुआ. गुरग्राम के टेरी ग्राम स्टेशन पर AQI 493 दर्ज किया गया.
CAQM ने जारी किया आदेश
अब ऐसे में दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए केंद्र के वायु गुणवत्ता आयोग (CAQM) मे राजधानी में इलेक्ट्रिक और सीएनजी वाले ट्रकों के अलावा दूसरे ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। बता दें कि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करने वाले ट्रकों को छूट दी गई है। इसके साथ ही दिल्ली- एनसीआर में डीजल चलित हल्के वाहनों को चलाने पर भी प्रतिबंध लगाया है। चलिए आपको बताते है कि CAQM ने अपने जारी आदेश में क्या कुछ कहा है-
- राजधानी में जरूरी सामनों के अलावा अन्य डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक, CNG और इलेक्ट्रिक ट्रक चल सकेंगे।
- राजधानी के अंदर भी मीडियम और बड़ी गाड़ियां नही चल सकेंगी, सिर्फ जरुरी सामानों से जुड़ी गाड़ियों को छूट रहेगी।
- राजधानी और राजधानी से लगते शहरों में बीएस-4 की डीजल गाड़ियों पर रोक सगाई गई है।
- जो इंडस्ट्री क्लीन फ्यूल पर नहीं चल रही हैं, उन पर रोक, इमरजेंसी इंडस्ट्री जैसे दूध, डेयरी, दवाईयों व मेडिकल सामानों को छूट
- हाइवे, सड़कों, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन और पाइपलाइन जैसे बड़े प्रोजक्ट के निर्माण पर भी रोक। सरकारी और प्रइवेट ऑफिस में 50 प्रतिशत स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेंगे।
- स्कूल कालेज पूरी तरह बंद करने और गाड़ियों को ऑड-ईवन सिस्टम से चलाने पर राज्य सरकार ले सकती है फैसला।
दिल्ली में प्रदूषण के बीच पराली जलाने की भी घटनाएं
जहां एक तरफ दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा है तो इस बीच पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। बता दें कि , गुरुवार को 2,666 खेतों पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गई। वहीं, बुधवार को यह संख्या 3,634 रही, जो इस सीजन में अब तक का सबसे अधिक है। मंगलवार को 1,842 और सोमवार को 2,131 घटनाएं दर्ज की गई थी।