अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली के निदेशक पद पर डॉ. एम श्रीनिवास (Dr. Srinivas) की नियुक्ति हो गई है. वर्तमान निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो रहा है. नए निदेशक को लेकर कई नामों पर चर्चा हो रही थी. डॉ. एम श्रीनिवास वर्तमान में हैदराबाद में बतौर कर्मचारी राज्य बीमा कंपनी (ईएसआईसी) अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डीन की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उन्हें पांच साल के लिए नियुक्त किया गया है. इस संबंध में अंंडर सेक्रेटरी डीओपीटी ने आदेश जारी किए थे।
जानिए कौन हैं डॉ श्रीनिवास
डॉ एम श्रीनिवास एम्स में पेडियाट्रिक विभाग में प्रोफेसर थे। वह 2016 में ESIC अस्पताल के डीन बने थे। केंद्र सरकार ने 2016 में डॉ श्रीनिवास को एंप्लाई स्टेट इंश्योरेंस कंपनी (ESIC) अस्पताल को खराब स्थिति से निकालने के लिए नियुक्त किया था। डॉ श्रीनिवास ने 3 साल के भीतर अस्पताल को सबसे व्यस्त अस्पतालों में शुमार कर दिया था।
ESIC में किया बड़ा बदलाव
डॉ श्रीनिवास को ESIC में बड़े बदलाव के लिए जाना जाता है। डॉ श्रीनिवास ने इस अस्पताल में आधार आधारित बायोमिट्रिक अटेंडेंस सिस्टम लॉन्च किया था। इस सिस्टम के आने के बाद अस्पताल में बड़े बदलाव आए थे। इस सिस्टम के कारण डॉक्टर कहां है, यह भी पता चल जाता था। इससे अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ का औसत समय 2 घंटे से बढ़कर 8 घंटे तक पहुंच गया।
सरकार ने निकाल दिया नोटिस
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने श्रीनिवास की नियुक्ति के संबंध में आदेश जारी किया है। विभाग के 23 सितंबर को जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने नई दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक के रूप मे डॉक्टर श्रीनिवास की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। आदेश के अनुसार यह नियुक्ति पदभार संभालने के दिन से पांच वर्ष या 65 साल की आयु या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तक के लिए प्रभावी है।
32 डॉक्टर थे रेस में
एम्स के डायरेक्टर की रेस में 32 मशहूर डॉक्टर शामिल थे। हालांकि, केंद्र ने सभी नामों पर गौर करने के लिए डॉ श्रीनिवास के नाम पर मुहर लगाई है। एम्स के निदेशक के रूप में डॉक्टर गुलेरिया के कार्यकाल में दूसरी बार किये गये विस्तार की अवधि 23 सितंबर को समाप्त हो रही है। उन्हें 28 मार्च, 2017 को पांच साल के लिए एम्स, दिल्ली का निदेशक नियुक्त किया गया था, लेकिन बाद में उनके कार्यकाल को तीन-तीन महीने के लिए दो बार बढ़ाया गया।
पहले 3 नाम भेजे गए थे
इससे पहले मार्च में एम्स के नये निदेशक के रूप में नियुक्ति के लिए कैबिनेट की नियुक्ति समिति को तीन नाम भेजे गए थे। एंडोक्रीनोलॉजी विभाग के प्रमुख निखिल टंडन, एम्स ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख और ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रमुख राजेश मल्होत्रा और एम्स मे गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रोफेसर प्रमोद गर्ग। चयन समिति ने इन तीन नामों को अंतिम सूची में शामिल किया था, जिसे एम्स के संदर्भ में निर्णय लेने वाली शीर्ष समिति ‘इंस्टीट्यूट बॉडी’ ने मंजूरी दी थी और कैबिनेट की नियुक्ति समिति को भेजा था। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नियुक्ति समिति ने एम्स, दिल्ली मे निदेशक पद पर नियुक्ति के लिए 20 जून को और नामों के साथ लंबी सूची देने को कहा।
श्रीनिवास ने इस पद के लिए अप्लाई भी नहीं किया था
इसके बाद, न्यूरोसाइंस सेटर के प्रमुख एम. वी. पद्म श्रीवास्तव, आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव और पुडुचेरी में स्थित जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉक्टर राकेश अग्रवाल के नामों पर चर्चा हुई। बाद में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के नेतृत्व वाली चयन समिति ने अंतिम सूची में हैदराबाद स्थित ESIC अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डीन एम. श्रीनिवास और त्रिवेंद्रम स्थित श्री चित्र तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉक्टर संजय बिहारी का नाम शामिल किया। सूत्रों ने बताया कि अंतिम निर्णय के लिए कैबिनेट की नियुक्ति समिति के पास भेजे जाने से पहले डॉक्टर श्रीनिवास और डॉक्टर बिहारी का नाम बुधवार को इंस्टीट्यूट बॉडी के समक्ष रखा गया। दिलचस्प बात यह है कि डॉक्टर श्रीनिवास और डॉक्टर बिहारी में से किसी ने भी एम्स, दिल्ली के निदेशक पद पर नियुक्ति का आवेदन नहीं दिया था। त्रिवेंद्रम स्थित श्री चित्र तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक पद पर अप्रैल, 2022 में नियुक्ति से पहले डॉक्टर बिहारी लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख और प्रोफेसर हुआ करते थे।