New Delhi railway station stampede update : शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ी भगदड़ मच गई, जिसमें अब तक 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। रेलवे और पुलिस प्रशासन इस घटना की जांच में जुटे हैं, लेकिन हादसे के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं।
भगदड़ क्यों मची? पुलिस ने क्या बताया?
डीसीपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि हादसे की असली वजह का पता जांच के बाद चलेगा। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर अचानक भीड़ बढ़ गई थी।
दो ट्रेनों के लेट होने की वजह से बहुत सारे यात्री प्लेटफॉर्म पर इकट्ठा हो गए। कोई गलत सूचना फैली, जिससे लोग घबरा गए और अफरा-तफरी मच गई। जब एक जगह पर बहुत ज्यादा लोग इकट्ठा हो जाते हैं, तो भगदड़ जैसी घटनाएं हो सकती हैं। रेलवे इस घटना की पूरी जांच करेगा और असली कारण पता लगाएगा।
मृतकों के परिवारवालों का क्या कहना है
इस हादसे में कई परिवार बिखर गए। कुछ लोगों ने अपनी आपबीती सुनाई।
गिरधारी अपनी मामी ललिता देवी के साथ नई दिल्ली से पानीपत जाने के लिए निकले थे। लेकिन भगदड़ के दौरान उनकी मामी की मौत हो गई।
उमेश गिरी, जो कुंभ मेले के लिए अपनी पत्नी और बच्चों के साथ निकले थे, उनकी पत्नी सीलम देवी की इस भगदड़ में मौत हो गई। हादसे के बाद स्टेशन पर लोग अपनों को खोजते रहे और अस्पतालों में लंबी लाइनें लगी रहीं।
पीएम मोदी और अन्य नेताओं ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मृतकों को श्रद्धांजलि दी। कई अन्य नेताओं ने भी इस घटना को दर्दनाक बताया और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की।
अब रेलवे को क्या करना चाहिए?
इस हादसे के बाद रेलवे और सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
रेलवे को चाहिए कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बेहतर प्लानिंग करे।
स्टेशन पर अतिरिक्त पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती हो।
यात्रियों को सही और स्पष्ट जानकारी दी जाए, ताकि अफवाहें न फैलें।
संख्या नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म पर जाने वालों की प्रॉपर एंट्री और एग्जिट सिस्टम बनाया जाए। पीएम मोदी और अन्य नेताओं ने शोक जताया। रेलवे पर सवाल उठ रहे हैं कि भीड़ को सही तरीके से क्यों नहीं संभाला गया।