New Delhi Railway Station stampede शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा हो गया। भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और भगदड़ मचने से 18 लोगों की जान चली गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मायावती जैसे बड़े नेताओं ने दुख जताया और सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए।
राहुल गांधी ने क्या कहा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह हादसा दिखाता है कि रेलवे पूरी तरह नाकाम हो चुका है और सरकार को यात्रियों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।” उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की। कहा कि भीड़ को देखते हुए प्रशासन को पहले से तैयार रहना चाहिए था। सरकार को ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
प्रियंका गांधी ने भी जताया दुख
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने हादसे को बहुत दर्दनाक बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कई लोगों की जान चली गई, जो बहुत ही दुखद है।” उन्होंने पीड़ित परिवारों को हिम्मत देने की बात कही। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की।प्रशासन को सही इंतजाम करने की सलाह दी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
मायावती ने रेलवे को बताया जिम्मेदार
बसपा प्रमुख मायावती ने इस हादसे के लिए रेलवे की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सरकार से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही पीड़ितों के परिवारों को पूरी मदद देने की अपील की। कहा कि अगर सही इंतजाम होते, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
डीसीपी रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे पुलिस के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि हादसे की जांच चल रही है।उन्होंने कहा कि भीड़ का अंदाजा पहले से था, लेकिन दो ट्रेनों के लेट होने से स्थिति बिगड़ गई। रेलवे इस मामले की पूरी जांच करेगा और सच सामने लाएगा। प्रशासन ने माना कि अगर पहले से बेहतर व्यवस्था होती, तो हादसा टल सकता था।
अपनों को खोने वालों का दर्द
इस भगदड़ में कई परिवार उजड़ गए। एक महिला ने कहा, “मेरी देवरानी की मौत हो गई और देवर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।” स्टेशन पर लोग अपनों को खोजते नजर आए। कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है हादसे के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल था।
रेलवे को अब क्या करना चाहिए
इस हादसे के बाद रेलवे और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। रेलवे को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बेहतर प्लानिंग करनी चाहिए।यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाना चाहिए। प्लेटफॉर्म पर लोगों की संख्या सीमित करने के उपाय किए जाने चाहिए। रेलवे को चाहिए कि इस घटना से सीख लेकर आगे से ऐसी लापरवाही न होने दे।