Rahul Gandhi at AIIMS visit: ठंड में फुटपाथ पर सो रहे लोगों के लिए बढ़ाया मदद का हाथ

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार रात दिल्ली एम्स का अचानक दौरा किया और फुटपाथ पर सो रहे मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनकी समस्याएं सुनीं और तत्काल मदद का वादा किया। राहुल गांधी का यह कदम मानवीय संवेदनशीलता और समाज के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक बना।

Rahul Gandhi

Rahul Gandhi at AIIMS visit: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार देर रात दिल्ली स्थित एम्स का अचानक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। ठंड के मौसम में फुटपाथ पर सो रहे मरीजों और उनके परिवारों से बातचीत करते हुए, राहुल गांधी ने उनकी तकलीफों पर संवेदनशीलता दिखाई और मदद का हाथ बढ़ाया। यह दौरा कांग्रेस पार्टी द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में देखा गया, जिसमें राहुल गांधी लोगों से उनकी समस्याएं सुनते हुए दिखाई दे रहे थे। उनका यह कदम मानवता की मिसाल बन गया।

Rahul Gandhi ने इस दौरे के दौरान अस्पताल के बाहर ठंड में सो रहे मरीजों और उनके परिजनों से संवाद किया। इस बातचीत में कई लोगों ने राहुल गांधी को अपनी समस्याएं बताईं, जैसे कि इलाज में हो रही देरी और ऑपरेशन की तारीख का न मिलना। एक मरीज के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी की जांच हो चुकी है, लेकिन डॉक्टर अभी तक इलाज शुरू नहीं कर पाए हैं। वहीं, दूसरे ने बताया कि ऑपरेशन की तारीख महीनों से लंबित है। इन समस्याओं को सुनकर राहुल गांधी ने तत्काल मदद का आश्वासन दिया।

कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के इस दौरे का एक वीडियो अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा किया, जिसमें वह मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत करते हुए नजर आ रहे थे। कांग्रेस ने इस वीडियो के साथ एक संदेश भी दिया, जिसमें कहा गया कि दिल्ली एम्स की वास्तविक स्थिति यह है कि इलाज के लिए लोग महीनों तक इंतजार करते हैं, और सरकारी असंवेदनशीलता के कारण, दूर-दराज से आए लोग ठंडी रातों में फुटपाथों पर सोने के लिए मजबूर हैं।

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Rahul Gandhi का यह आकस्मिक दौरा एक मानवीय संवेदनशीलता का प्रतीक बन गया, जो उनके राजनीतिक व्यक्तित्व से परे था। इस दौरे से यह स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी न केवल एक राजनेता के रूप में बल्कि एक संवेदनशील व्यक्ति के तौर पर भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस घटनाक्रम ने यह भी दर्शाया कि राजनीति सिर्फ नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों की वास्तविक जरूरतों को समझने और उनके लिए काम करने के बारे में भी है। “राहुल आपके हैं” का नारा इस दौरे की भावना को व्यक्त करता है, जो एक नेता के रूप में उनकी मानवीय पहल को उजागर करता है।

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