अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने वाराणसी में गुरुवार को कहा कि सनातन हिंदू धर्म के लोग व्रत और पूजा की सामग्री विधर्मियों से न खरीदें। उन्होंने कहा कि पितृ पक्ष के संपन्न होते ही हमारे तीज-त्योहारों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। अकसर वीडियो सामने आते रहते हैं कि फल और अन्य सामग्रियां बेचने वाले विधर्मी उन पर थूकते हुए या गंदा पानी फेकते नजर आ जाते हैं। इसलिए सनातन हिंदू धर्म के अनुयायी खुद की पवित्रता को बचाए रखने के लिए व्रत और पूजा की सामग्री विधर्मियों से न खरीदें। अखिल भारतीय संत समिति यह अपील करती है कि दूध, फल, वस्त्र या पूजा से जुड़ी अन्य सामग्रियां सिर्फ सनातन हिंदू धर्म के अनुयायियों से ही खरीदी जाए।
मदरसों और वक्फ संपत्ति के सर्वे का स्वागत
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि मदरसों और वक्फ संपत्ति के सर्वे के निर्णय का स्वागत करते हुए अखिल भारतीय संत समिति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देती है। प्रश्न यह उठता है कि जब देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था। मुसलमानों ने यह कहा था कि हम हिंदुओं के साथ नहीं रह सकते हैं। इसी आधार पर भारत माता के दो टुकड़े किए गए। फिर, हिंदुस्तान में वक्फ के नाम पर किस प्रकार की संपत्ति बच गई। हम भारत सरकार से यह मांग करते हैं कि वक्फ एक्ट 1995 को तत्काल रद्द किया जाए। साथ ही ऐसी संपत्तियां जो वक्फ के नाम से दर्ज हैं उनकी जांच हो कि उन्हें आखिरकार किसने और कब दान दिया था। हिंदुस्तान में 16 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन वक्फ के नाम पर दर्ज है। यह भी गजवा-ए-हिंद का एक पार्ट है। इसलिए वक्फ एक्ट को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए।
डांडिया और गरबा नृत्य के दौरान सतर्क रहें
स्वामी जितेंद्रांनद सरस्वती ने कहा कि आगामी नवरात्रि के दिनों में गरबा नृत्य और डांडिया का आयोजन होता है। बीते सालों में देखने में आया है कि विधर्मी अपनी पहचान छुपा कर हाथ में कलाबा बांध कर डांडिया और गरबा समूहों में घुस कर लव जिहाद का प्रयास करते हैं। ऐसी परिस्थितियों में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सनातन हिंदू धर्म के लोग स्त्री स्वाभिमान की रक्षा करें। अखिल भारतीय संत समिति गरबा और डांडिया आयोजित करने वालों से अपील करती हैं कि वह सतर्क होकर आयोजन कराएं। चेक कराएं कि कोई विधर्मी गरबा या डांडिया में तो शामिल नहीं हुआ है। साथ ही हम विधर्मियों को चेतावनी भी देते हैं कि वो ऐसा कोई काम न करें कि उनके साथ कोई दुर्घटना हो।