चंडीगढ़। पंजाब के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) और अर्जुन पुरस्कार विजेता दलबीर सिंह देयोल सोमवार को रहस्यमय अवस्था में मृत पाए गए। उनका शव जालंधर शहर के बाहरी इलाके बस्ती बावा खेल में एक नहर के पस लावारिस हालात में पाया गया। उनके सिर और शरीर पर कई चोटों के निशान है। मामले में जांच रही है।
DSP की गोली मार कर हत्या
पंजाब पुलिस के ADCP बलविंदर सिंह रंधावा ने बताया कि DSP के लाश की सूचना उन्हें किसी अज्ञात व्यक्ति से फोन पर पता चली जिसके बाद टीम जब घटना स्थल पर पहुंची देखा गया गया की उनके सिर्फ पर चोट के निशान थे। शुरुआत में यह एक सड़क दुर्घटना लग रही थी लेकिन जब पोस्टमार्टम हुआ उनके गर्दन में फंसी हुई गोली मिली। घटनास्थंल से उनकी पिस्टल भी मिसिंग है।
नए साल के जश्न मनाने घर से निकले थे।
परिवार द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि दलबीर सिंह शनिवार को शाम में दोस्तों संग नए साल के जश्न मनाने घर से निकले, लेकिन वापस नहीं लौटे। गौरतलब है कि 16 दिसंबर को दलबीर सिंह ने बस्ती इब्राहीम खान गाँव क निवासियों के साथ झगड़े के बाद नशे की हालत में गोलीबारी की थी, जिसको लेकर सार्वजनिक रूप से उनके शराब पीने पर आपत्ति जताई थी। जिसको लेकर उन्हे हिरासत में भी रखा गया, लेकिन कुछ ही देर बार आपसी सहमती और पक्षों में समझौते के कारण उन्हे रिहा कर दिया गया।
दलबीर सिंह देयोल वर्तमान में जालंधर में पंजाब सशस्त्र पुलिस (पीएपी) मुख्यालय में तैनात थे। वो भारोत्तोलन में एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता थे और बाद में उन्हें उनके खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए 2000 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।