UP PET Exam 2025: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी 2025) छह और सात सितंबर को आयोजित की जा रही है। इस बार रिकॉर्ड तोड़ते हुए 25 लाख 31 हजार 996 अभ्यर्थी इसमें बैठने वाले हैं। परीक्षा दो दिनों तक चलेगी और हर दिन दो पाली होंगी। एक-एक पाली में लगभग 6.33 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।
परीक्षा का महत्व
यह परीक्षा समूह ‘ग’ की नौकरियों में भर्ती की पहली सीढ़ी है। उम्मीदवारों के स्कोर के आधार पर आगे की भर्तियों के लिए आवेदन किया जाएगा। इस बार परीक्षा का परिणाम तीन साल तक मान्य रहेगा। यानी जो अभ्यर्थी सफल होंगे, वे अगले तीन वर्षों तक आयोग की भर्ती परीक्षाओं में आवेदन कर पाएंगे।
अगर किसी परीक्षार्थी को शून्य या निगेटिव अंक मिलते हैं तो वह क्वालीफाई नहीं माना जाएगा। वहीं, एक से अधिक अंक पाने वाले क्वालीफाई कर जाएंगे, हालांकि इंटरव्यू या चयन का मौका उन्हीं को मिलेगा जिनके अंक ज्यादा होंगे।
परीक्षा केंद्र और व्यवस्था
इस बार परीक्षा 48 जिलों के 1479 केंद्रों पर हो रही है। परीक्षा की निगरानी के लिए आयोग ने हर जिले में कंट्रोल रूम बनाए हैं। साथ ही, लखनऊ मुख्यालय में भी सेंट्रल कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग होगी।
महिला और दिव्यांग अभ्यर्थियों को उनके अपने जिले में ही परीक्षा केंद्र दिए गए हैं। अन्य अभ्यर्थियों को मंडलवार केंद्र आवंटित किए गए हैं। जिन जिलों में ज्यादा परीक्षार्थी थे, उन्हें दूसरे जिलों में शिफ्ट किया गया है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने पूरा खाका तैयार किया है। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी हर केंद्र पर नजर रखेंगे ताकि साल्वर गैंग पर रोक लगाई जा सके।
51 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
दो दिन में चार पालियों में 95,904 अभ्यर्थी शामिल होंगे।
हर केंद्र पर एक-एक दरोगा, हेड कांस्टेबल और महिला सिपाही तैनात रहेंगे।
प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं को लाने-ले जाने में सशस्त्र पुलिस की ड्यूटी होगी।
यातायात पुलिस को भी खास जिम्मेदारी दी गई है। परीक्षा के दौरान भीड़ और जाम की समस्या से बचने के लिए बस स्टैंड और प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
रोडवेज की 360 बसें चलेंगी
परिवहन निगम ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए 360 बसें लगाने का ऐलान किया है। ये बसें आसपास के जिलों जैसे औरैया, बांदा, हमीरपुर, झांसी, कानपुर, ललितपुर, महोबा, मैनपुरी, मथुरा, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद और नोएडा तक चलाई जाएंगी।
इसकी निगरानी के लिए आईएसबीटी पर सहायक प्रबंधक शशि रानी और ईदगाह बस स्टेशन पर हेमंत तिवारी को जिम्मेदारी दी गई है। नोडल प्रभारी की जिम्मेदारी राजेश यादव को सौंपी गई है।
महिला अभ्यर्थियों की गलती का समाधान
कुछ महिला उम्मीदवारों ने फार्म भरते समय गलती से पुरुष विकल्प चुन लिया था, जिससे उनके केंद्र दूसरे जिलों में पड़ गए। लगभग 22 महिला अभ्यर्थियों ने आयोग को ईमेल करके सुधार का अनुरोध किया। आयोग ने इस पर संज्ञान लेकर उनकी समस्या का हल करने की बात कही है।
परीक्षा वाले जिले
परीक्षा लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, अलीगढ़, गाजियाबाद, आगरा, बरेली समेत 48 जिलों में होगी। परीक्षा में शामिल होने वाले लाखों उम्मीदवारों के लिए यह एक बड़ी चुनौती और अवसर दोनों है।