रायबरेली ज़िले के खीरों कस्बे में थाने के पास जहरीली मधुमक्खियों के झुंड ने लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर काटा। हमले में परिवहन विभाग के बर्खस्त परिचालक की मौत हो गई, जबकी खीरों थाने के उपनिरीक्षक समेत 08 लोग घायल हो गए। गंभीर रुप से घायल हुए छह लोगों को सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस कर्मियों ने आग जलाकर किसी तरह मधुमक्खियों को भगाया।
बता दें कि खीरों कस्बा निवासी राजकुमार बजाज रायबरेली डिपो में परिचालक के पद से बर्खस्त हो गया था। इसके बाद से वह खीरों थाने के बगल में स्थित जमुनाबाग में बैंठकर थाने में आने वाले फरियादियों के प्रार्थना पत्र लिखता था। जमुनाबाग में कई पेड़ों पर मधुमक्खियों के छत्ते लगे थे। दोपहर करीब तीन बजे अचानक मधुमक्खियां भड़क गई। मधुमक्खियों ने एक के बाद एक लोगों को दौड़ाकर काटना शुरू कर दिया। लोग बचने के लिए थाने की ओर से भागे तो मधुमक्खियों का झुंड वहां भी पहुंच गया। वहीं पुलिसकर्मियों व फरियादियों को काटा। इससे वहां पर भगदड़ मच गई।
पूरे शरीर में लिपट गईं थीं मधुमक्खियां
राजकुमार के पूरे शरीर में मधुमक्खियां लपट गईं थीं। वह जान बचाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन मधुमक्खियों का उग्र रूप देखकर कोई भी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। लोग खुद भागकर अपनी जान बचाते रहे। वहीं बताया गया कि राजकुमार पुत्र स्वर्गीय दयाशंकर 68 वर्ष का जहरीला मधुमक्खी के काटने से मौत हो गयी। खीरों थाना पुलिस ने मौके पर पहुचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आपको बताते चलें कि राजकुमार खीरों थाने के पास तहरीर लिखने का काम किया करते थे जहरीले मधुमक्खी काटने से मौत हो गई। मृतक राजकुमार के तीन लड़के हैं वही पत्नी व परिवारीजनों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। थानेदार देवेंद्र कुमार अवस्थी ने बताया कि मधुुमक्खियों के हमले में एक बुुजुर्ग की मौत हुई है, जबकि अन्य लोग जख्मी हुए हैं।