Bhojpuri Stars’ Journey : किसी ने लिट्टी-चोखा बेचा तो किसी ने अखबार,करोड़ों कमाने वाले स्टार्स ने कैसे तय किया अपना सफर

भोजपुरी सिनेमा के कई बड़े सितारे आज लग्जरी जिंदगी जीते हैं, लेकिन उनकी सफलता के पीछे सालों की मेहनत और संघर्ष छिपा है। किसी ने दूध बेचा तो किसी ने अखबार।

Struggles to Stardom: आज भोजपुरी फिल्मों और गानों का क्रेज सिर्फ बिहार-उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश-विदेश में भी फैल चुका है। इन फिल्मों में काम करने वाले कलाकारों के गाने यूट्यूब पर करोड़ों बार देखे जाते हैं, और लोग उनकी लाइफस्टाइल को फॉलो करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये सितारे यहां तक कैसे पहुंचे?
एक वक्त था जब इन्हें कोई नहीं जानता था, कुछ लोग दो वक्त की रोटी के लिए संघर्ष कर रहे थे। आज जो स्टार्स लाखों-करोड़ों की फीस लेते हैं, उन्होंने शुरुआत बहुत छोटे और कठिन कामों से की थी। आइए जानते हैं कुछ चर्चित भोजपुरी सितारों के संघर्ष की कहानी।

पवन सिंह – चाचा के साथ किया स्टेज शो

भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह ने बहुत कम उम्र में ही स्टेज शोज़ में छोटे-मोटे काम करना शुरू कर दिया था। वो अपने चाचा के साथ प्रोग्राम में जाया करते थे और धीरे-धीरे उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई।
आज पवन सिंह ना सिर्फ एक बेहतरीन गायक हैं, बल्कि एक सुपरहिट एक्टर भी हैं, और करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं।

खेसारी लाल यादव – दूध और लिट्टी बेचकर चलाया घर

भोजपुरी के ट्रेंडिंग स्टार खेसारी लाल यादव की कहानी बहुत प्रेरणादायक है। उन्होंने अपने शुरुआती दिनों में दूध बेचा और जब दिल्ली आए तो लिट्टी-चोखा बेचकर खर्च चलाया।
कई छोटे-बड़े कामों के बाद जब उन्हें फिल्मों में मौका मिला, तो उन्होंने खुद को साबित किया। उनकी पहली फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ (2012) सुपरहिट रही।

दिनेश लाल यादव – किसान के बेटे से स्टार तक का सफर

जुबली स्टार दिनेश लाल यादव के पिता किसान थे। स्टेज शोज़ में भी वो बिना पैसे के काम करते थे। खुद एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि ज्यादा पढ़ाई नहीं हो पाई, लेकिन उन्होंने मेहनत नहीं छोड़ी। आज वो भोजपुरी इंडस्ट्री के सबसे महंगे कलाकारों में गिने जाते हैं।

यश कुमार – बल्ब बेचकर की शुरुआत

आज के मशहूर अभिनेता और फिल्म निर्माता यश कुमार कभी दो वक्त की रोटी के लिए जूझते थे। उन्होंने खुद बताया कि बल्ब बेचकर अपना खर्च चलाते थे। धीरे-धीरे मेहनत रंग लाई और आज वह ना सिर्फ एक्टिंग करते हैं, बल्कि फिल्में भी प्रोड्यूस करते हैं।

रवि किशन – घर-घर जाकर बेचा अखबार

भोजपुरी और बॉलीवुड दोनों में पहचान बना चुके रवि किशन की शुरुआत भी संघर्षों से भरी रही। वो अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए अखबार बेचा करते थे।
आज वह सांसद हैं, करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं और हर इंडस्ट्री में अपनी दमदार पहचान रखते हैं।

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के इन सितारों की सफलता सिर्फ किस्मत का खेल नहीं, बल्कि उनके संघर्ष, मेहनत और लगन का नतीजा है। ये कहानियां दिखाती हैं कि अगर हौसला हो, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है।

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