Ranveer Allahabadia Controversial Statement: स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में किए गए एक कमेंट ने देशभर में बवाल मचा दिया है। शो में आए यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबादिया ने पेरेंट्स पर ऐसा बयान दिया, जिसे सुनकर लोग गुस्से से आग बबूला हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर #RanveerAllahabadia ट्रेंड करने लगा।अब इस मुद्दे पर किसान नेता राकेश टिकैत भी कूद पड़े हैं। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि कॉमेडी और मनोरंजन के नाम पर फूहड़ता परोसी जा रही है और सरकार इसे अनदेखा कर रही है। सोशल मीडिया पर लोग रणवीर का अवॉर्ड वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
टिकैत बोले, सरकार क्या सो रही है
राकेश टिकैत ने वीडियो देखकर नाराजगी जताई और सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ना इन लोगों को किसानों की चिंता है और ना ही भारतीय संस्कृति की। सरकार को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने एक तस्वीर शेयर कर लिखा कि प्रधानमंत्री ऐसे लोगों को अवॉर्ड क्यों देते हैं।
दरअसल, पिछले साल भारत मंडपम में हुए ‘नेशनल क्रिएटर्स अवार्ड’ में पीएम मोदी ने रणवीर इलाहाबादिया को ‘Disruptor of the Year’ अवॉर्ड दिया था।अब इस वीडियो के बाद लोग रणवीर से अवॉर्ड वापस लेने की मांग कर रहे हैं। मामला महाराष्ट्र सरकार तक पहुंच चुका है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि “अभिव्यक्ति की भी एक सीमा होती है, अगर कोई गलत बयान दिया गया है, तो कार्रवाई जरूर होगी।”
माफी मांगने पर भी नहीं थमा विवाद
बवाल बढ़ता देख रणवीर इलाहाबादिया ने माफी मांग ली। उन्होंने कहा, “मुझे वो नहीं कहना चाहिए था, जो मैंने कहा, ‘I am sorry’ लेकिन लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने पैरेंट्स को चेतावनी देते हुए कहा, इस तरह के शो से सावधान रहें, ये कोविड से ज्यादा खतरनाक वायरस हैं। उन्होंने सूचना और प्रसारण मंत्रालय को टैग करते हुए लिखा, MIB India तुरंत इन लोगों पर कार्रवाई करे।
मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज
अब ये मामला पुलिस तक पहुंच चुका है। रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना और अपूर्वा मखीजा के खिलाफ मुंबई पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि शो में महिलाओं के खिलाफ अश्लील और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रीय महिला आयोग और महाराष्ट्र महिला आयोग को भी इसकी जानकारी दी गई है।