उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से डाक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां देर रात संदिग्ध परिस्थिति में उपचार के दौरान डेढ़ साल की बच्ची की मौत हो गई।परिजनो ने डाक्टरों द्वारा एनस्थीसिया के ओवरडोज का आरोप लगाया है। जिस वजह से बच्चे की मौत हो गयी।
डाक्टरों की लापरवाही से गयी अधीक्षा की जान
ग्रेटर नोएडा के एक के सेक्टर ओमेगा स्थित यथार्थ अस्पताल से देर रात एक मामला सामने आया है। जहां डेढ़ साल की बच्ची अधीक्षा सोमवार को घर में खेल रही थी। खेलते-खेलते वह बेड का कोने से टकरा गई और चोटिल हो गई। उसे तुरन्त अस्पताल ले जाया गया। जहां संदिग्ध परिस्थिति में उपचार के दौरान अधीक्षा की मौत हो गई। परिवार वालो का कहना है की सर्जरी के नाम पर उनसे 60 हजार जमा करवाने को कहा गया। और बदले में बच्ची का शव पकड़ा दिया। जिसके बाद घरवालों ने 112 डायल कर मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
सर्जरी के लिए जमा कराए 60 हजार रुपये
सत्येंद्र जो की अधीक्षा के पिता है उनका कहना है की डॉक्टरों ने उनसे बच्ची की सर्जरी करवाने को कहा। जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर की बात मान ली और सर्जरी कराने के लिए हामी भर दी। पहले उनसे 60 हजार रुपये सर्जरी के नाम पर जमा करवाए। उसके कुछ ही देर बाद अधीक्षा की खबर उन्हें दे दी। सत्येंद्र का आरोप है कि डाक्टरों द्वारा दिए गए एनेस्थीसिया के ओवरडोज की वजह से उनकी बेटी की मौत हुई है।
मामले में अस्पताल के चेयरमैन से फोन कर वार्ता की गई
पुलिस द्वारा इस मामले को संज्ञान में लिया गया। मामले में यथार्थ अस्पताल के चेयरमैन डॉ अजय कुमार त्यागी को फोन कर वार्ता की गई और घटना के बारे में बताया गया। जिसपर उन्होंने ऐसी कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया। जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है। मौत का स्पष्ट कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा।