अपनी जुबान को लेकर हमेशा से विवादों में रहने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री भाजपा नेता और कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने देवी-देवताओं के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों के लिए माफी मांगी है। भगत बोले उनके कहने का मतलब वो नहीं था जो निकाला गया है।
बता दें विधायक बंशीधर भगत एक बार फिर से अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में है. अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम के मौके पर विवादित बयान दे बैठे. बंशीधर के इस विवादित बोल के बाद वहां भारी संख्या में महिलाएं और बालिकाएं हक्का- बक्का हो गई. कार्यक्रम के दौरान भगवान शिव और भगवान विष्णु को लेकर अमर्यादित बयान दिया था. जिसको लेकर उन्होंने माफी मांगी है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत हल्द्वानी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर कार्यक्रम में पहुंचे थे, इस दौरान बंशीधर भगत की जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा कि बालिकाओं का हमेशा सम्मान होता है, लेकिन बालकों को भी सम्मान मिलना चाहिए, इस दौरान उन्होंने विवादित बोल बोलते हुए कहा कि जब विद्या मांगने की बारी आती है तो “सरस्वती पटाओ,” शक्ति मांगनी हो तो दुर्गा को पटाओ” धन मांगो तो लक्ष्मी को पटाओ फिर क्या वहां बैठी भारी संख्या में महिलाएं और बालिकाएं हक्का-बक्का रह गई, तो वहीं कुछ लोगों ने जमकर ठहाके मारे.
साथ ही महिलाओं ने कहा की पटाओ शब्द की जगह देवी देवताओं को मानने की परंपरा जरूर है, इस विवादित बयान से महिलाओं में रोष है। यही नहीं बंशीधर भगत की जुबान यहीं पर नहीं रुकी उन्होंने कहा कि एक पुरुष भगवान शिव है जो हिमालय पर जाकर पहाड़ पर ठंड में पड़े हुए हैं, ऊपर से उनके सर पर सांप बैठा हुआ है और ऊपर से पानी पड़ रहा है.
यहां तक कि भगवान विष्णु समुद्र की गहराई में छुपे हुए हैं, आपस में विचारों की बात भी नहीं होती है। गौरतलब है कि बंशीधर भगत हमेशा से अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, पूर्व में भी कई ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं, जिससे उनकी और पार्टी की किरकिरी हुई है। ऐसे में बंशीधर भगत का फिर से एक बार विवादित बयान सुर्खियों में है.