नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज 5वीं पुण्यतिथि है. 16 अगस्त यानी आज ही के दिन साल 2018 में उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की एम्स में अंतिम सांस ली थी. अटल बिहारी वाजपेयी जी को आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा है. ये एक कुशल राजनेता के साथ-साथ बहुत अच्छे कवि भी थे. अटल भारत के एकलौते ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने देश के चार राज्यों की कुल 6 लोकसभा सीटों से जीत दर्ज की, इन्होंने यूपी के लखनऊ और बलरामपुर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर और विदिशा, नई दिल्ली की संसदीय सीट और गुजरात के गांधीनगर से लोकसभा चुनाव को जीता था. इन्होंने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में 5 ऐसे काम किए हैं, जिसकी वजह से आज पूरी दुनिया इनको जानती है.
सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत
सर्व शिक्षा अभियान भारत के पूर्व प्रधानमंक्षी अटल बिहारी वाजपेयी जी की ही देन है. इनके द्वारा 6 से 14 वर्ष के बीच के बच्चों को मुफ्ट शिक्षा देने का अभियान चलाया था. इसकी शुरुआत साल 2000-2001 के बीच हुई थी. अटल जी की इस योजना ने देश में शिक्षा की नई क्रांति ला दी थी. यह योजना उनके इतने करीब थी कि इसकी थीम ‘स्कूल चलें हम’ उन्होंने खुद लिखी थी.
परमाणु संपन्न देश बना भारत
पोखरण में परमाणु परीक्षण के लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जी को याद किया जाता है. 1998 मई में भारत ने परमाणु परीक्षण किया था, वाजपेयी जी ने दुनिया को यह दिखाया था कि भारत एक परमाणु संपन्न देश है. इसकी आलोचना के बाद भी वो अपने इरादों पर अटल थे. देश पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और कई यूरोपीय देशों ने प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन अपनी कूटनीति कौशल की वजह से साल 2001 तक करीब सभी प्रतिबंधों को हटा दिया था.
देश की सुरक्षा के लिए यूपीए कानून
13 दिसंबर साल 2001 में भारतीय संसद का सबसे काला दिन पूर्व पीएम के कार्यकाल में ही घटा था. दरअसल इस दिन पांच चरमपंथियों ने भारत की संसद पर हमला किया था, इसमें किसी भी नेता को कोई नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन कई जवान शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद भारत की आंतरिक सुरक्षा को और ज्यादा मजबूत करने के लिए पूर्व पीएम ने पोटा कानून लाया था. इस सख्त कानून के तहत करीब 800 लोगों की गिरफ्तारी और 4000 से अधिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया. बाद में जब साल 2004 में यूपीए की सरकार आई तो उसने इस कानून को रद्द कर दिया.
स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना
पूर्व पीएम अटल जी ने सड़कों के माध्यम से पूरे भारत को जोड़ने की पहल की थी. यह उनके खास उपलब्धि के रूप में पहचाना जाता है. अटल जी ने देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना की शुरआत की थी. इसके तहत के महानगरों दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को जोड़ा गया. इन्होंने प्रधानमंत्री सड़क योजना की भी शुरुआत की थी, इसके तहत देश के ग्रामों को शहरों को जोड़ा गया और इसने आर्थिक विकास को रफ्तार दी.
भारत में आधुनिक संचार क्रांति
बता दें कि भारत में संचार क्रांति का जनक पूर्व पीएम राजीव गांधी को माना जाता है. लेकिन इसको देश की आमजनों तक पहुंचाने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है. साल 1999 में नई टेलिकॉम नीति लागू की गई थी. देश के आम लोगों इसका लाभ हुआ और सस्ती दरों पर फोन कॉल करने की सुविधा मिली. इसके बाद भारतीय बाजार में पहले की सस्ती दरों में फोन कॉल भी उपलब्ध हुए.