गाजियाबाद। गाजियाबाद पुलिस का ऑपरेशन क्रैकडाउन लगातार जारी है। इसी क्रम में पुलिस ने बीती देर रात दिल्ली व गाजियाबाद में सक्रिय एक शातिर अपराधी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। जबकि उसका एक साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। मुठभेड़ के दौरान चली गोली से शातिर अपराधी घायल हो गया उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद पुलिस की पिछले 36 घंटे के दौरान यह तीसरी बदमाशों के साथ मुठभेड़ है। इससे पहले कवि नगर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान 50 हजार के इनामी बदमाश सुधीर शर्मा जबकि साहिबाबाद पुलिस ने एक अन्य बदमाश मुनाजिर को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। बदमाशो का कहर बड़ता जा रहा है। क्या इन लोगो का खौफ कम हो पाएगा लूट डकैती चोरी कम हो पाएगी। तमंचे के बल पर चोरी व लूट की वारदातों को अंजाम देने में माहिर है
पुलिस अधीक्षक नगर (द्वितीय) ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि साहिबाबाद थाना प्रभारी पीके तिवारी बीती रात में पुलिस फ़ोर्स के साथ मोहन नगर चौराहे पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल पर दो युवक संदिग्ध अवस्था में उधर से गुजरे। जिन्हें पुलिस ने रुकने का इशारा किया। इन युवकों ने रुकने के बजाय मोटरसाइकिल तेज भगा दी। इसके बाद पुलिस ने इनका पीछा करके कुछ ही दूरी पर घेर लिया। घिरा देख कर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। जिसमें शाहिद अफरीदी नामक बदमाश को गोली लगी और वह नीचे गिर गया। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया।
ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि शाहिद अफरीदी शातिर अपराधी हैं। दिल्ली व गाजियाबाद में उसके खिलाफ लूट डकैती चोरी अपराधिक मामले दर्ज हैं। दिल्ली के सीमापुरी थाने से 2 आपराधिक मामलों व साहिबाबाद मक्षेत्र की दो घटनाओं में वांछित चल रहा था। उसके कब्जे से एक तमंचा घटना मे प्रयुक्त एक मोटर साईकिल हीरो स्प्लेंडर रंग काला एवं फर्जी नम्बर प्लेट यूपी 14 ईके 5111 व 16 हजार 500 रुपये बरामद किए गए हैं। पकड़े गए अभियुक्त ने पूछताछ में अपना नाम न्यू सीमापुरी निवासी हनी खान बताया है। बैग भी मिले दो पैकेट मिर्च पाउडर का इस्तेमाल वह चोरी या लूट की वारदात करने के बाद खुद को बचाने के लिए करता था। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़ा गया बदमाश शातिर किस्म का अपराधी और तमंचे के बल पर चोरी व लूट की वारदातों को अंजाम देने में माहिर है। उस पर दिल्ली एनसीआर में विभिन्न थानों में कई अपराधिक मामले दर्ज हैं बाकी उसके इतिहास की विस्तृत जानकारी की जा रही है।