Ghaziabad fake embassy: गाजियाबाद की पॉश कॉलोनी में फर्जी “दूतावास” चलाने वाले हर्ष वर्धन जैन की पोल नोएडा एसटीएफ ने खोल दी है। वह खुद को West Arctica, Saborga जैसे काल्पनिक देशों का एंबेसडर बताकर लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। हवाला ट्रांजेक्शन और फर्जी दस्तावेजों के जरिए वह एक संगठित नेटवर्क चला रहा था। उसकी आलीशान कोठी से जब एसटीएफ ने छापा मारा तो फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, नकली मंत्रालय की मुहरें, लग्जरी गाड़ियां, विदेशी मुद्रा और फोटोशॉप की हुई VIP हस्तियों के साथ तस्वीरें बरामद हुईं। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि उसके गिरोह में और कौन शामिल है और अब तक कितने लोग उसके जाल में फंसे हैं।
BIG: Fake Embassy being run in Ghaziabad, Uttar Pradesh of India has been busted by UP STF.
On 22 July 2025, the Noida unit of the Uttar Pradesh Special Task Force (UP STF) busted an illegal embassy being operated in Ghaziabad and arrested Harsh Vardhan Jain, son of J.D. Jain,… pic.twitter.com/2hRJ1rLoFp
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) July 23, 2025
आलीशान कोठी में ‘दूतावास’, चार लग्जरी गाड़ियां और फर्जी पासपोर्ट
नोएडा एसटीएफ ने Ghaziabad की कविनगर कॉलोनी में एक आलीशान कोठी पर छापा मारा, जहां “West Arctica Embassy” के नाम से एक फर्जी दूतावास संचालित हो रहा था। आरोपी हर्ष वर्धन जैन खुद को माइक्रोनेशन देशों का एंबेसडर बताता था। उसके पास से डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगी चार लग्जरी गाड़ियां, 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, विदेश मंत्रालय की मुहरें, 34 अलग-अलग देशों और कंपनियों की सीलें, दो फर्जी प्रेस कार्ड, पैन कार्ड, और ₹44.7 लाख नकद बरामद हुए।
फेक फोटोशूट और हवाला रैकेट से लोगों को लगाता था चूना
हर्ष वर्धन VIP चेहरों के साथ मॉर्फ की गई तस्वीरें दिखाकर खुद को राजनयिक साबित करता था। सोशल मीडिया और वेबसाइट्स पर इन्हीं तस्वीरों का इस्तेमाल कर वह लोगों को विदेश भेजने, नौकरी दिलाने और दस्तावेज बनवाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। वह हवाला रैकेट और शेल कंपनियों के जरिए करोड़ों का लेन-देन करता था।
पहले भी रहा है विवादों में, सैटेलाइट फोन और हथियार डीलर से संबंध
Ghaziabad पुलिस के अनुसार, आरोपी का नाम पहले भी सुर्खियों में आ चुका है। 2011 में उसके पास से अवैध सैटेलाइट फोन बरामद हुआ था और उसके खिलाफ कविनगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। साथ ही उसका नाम चंद्रास्वामी और कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्कर अदनान खगोशी से संपर्कों में भी सामने आया है।
STF जांच में जुटी, नेटवर्क का विस्तार खंगाल रही एजेंसियां
एसटीएफ ने कविनगर थाने में हर्ष वर्धन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पूछताछ जारी है और Ghaziabad पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जी राजनयिक नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल है। साथ ही यह भी जांच हो रही है कि कितने लोगों को इस शातिर ठग ने अपना शिकार बनाया और कितने पैसों का हवाला लेन-देन हुआ। मामले की गहन जांच जारी है।