नई दिल्ली: स्मिता ठाकरे (Smita Thackeray) द्वारा मुम्बई के मुक्ति कल्चरल हब में अयोजित भागवत कथा में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, सुखविंदर सिंह, शेखर सुमन, प्रीति झंगियानी, रागिनी खन्ना, कामिनी खन्ना, सुरेश और पद्मा वाडेकर सहित कई हस्तियां भी आईं। इस्कॉन के सूरदास जी भी आये। सात दिनों तक चली भागवत कथा को मां तुलसी पीठाध्यक्ष श्री श्री तुलसी जी महाराज ने प्रस्तुत किया जो वृन्दावन से आये थे। उन्होंने मुंबई के लोगों को भागवत कथा सुनाई। भागवत कथा का रसपान करने यहां सभी भक्त आए।
स्मिता ठाकरे (Smita Thackeray) के मुक्ति फाउंडेशन को 25 साल पूरे हो गए हैं। समाजसेविका स्मिता ठाकरे ने पहली बार मुम्बई में भागवत कथा कराई जहां भक्तों की भारी भीड़ नजर आई। भागवत कथा में सनातन धर्म की बात हुई। श्रीमद्भागवत कथा की आयोजक स्मिता ठाकरे (Smita Thackeray) ने कहा कि वृंदावन से विशेष रूप से पधारे श्री श्री तुलसी जी महाराज ने मायानगरी मुम्बई में पहली बार श्रीमद भागवत कथा प्रस्तुत किया।
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उल्लेखनीय है कि बाला साहब ठाकरे की बहू स्मिता ठाकरे एनजीओ मुक्ति फाउंडेशन 25 वर्षों से चला रही हैं। इस फाउंडेशन के माध्यम से स्मिता ठाकरे (Smita Thackeray) दशकों से सामाजिक कार्यो में लगी हुई हैं। ड्रग्स के खिलाफ मुहिम चलाने के अलावा उनकी फाउंडेशन महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के साथ साथ कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी लगातार काम कर रही है।