वडोदरा। गुरुवार को हुए बोट हादसे में 12 बच्चों समेत 14 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए 18 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। हादसे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और 10 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा। मुख्यमंत्री ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साथ देर शाम वडोदरा के एसएसजी अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात भी की।
पिकनिक मनाने जा रहे थे बच्चे
गौरतलब है कि गुरुवार को स्कूली बच्चों को सैर कराने ले जा रही नाव हरणी मोटनाथ झील में पलट गई थी। हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई, जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया है। मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार बोट हादसा दोपहर में हुआ। कहा जा रहा है कि नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार थे।
ये भी पढ़ें : वडोदरा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या पहुंची 14, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी
क्षमता से अधिक लोग सवार
इलाके के डीएम एबी गौड़ ने बताया कि नाव की क्षमता 16 लोगों की थी, पर उस पर कुल 34 लोग सवार थे। इसके अलावा नाव पर सवार सिर्फ 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे। यह बताता है कि संचालकों की लापरवाही के कारण ही इतना बड़ा हादसा हुआ। बोट हादसे में संचालकों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 और 308 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और अभी तक मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोषियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित की गई हैं।