अहमदाबाद के पूर्वी इलाके में बने हाटकेश्वर फ्लाईओवर ब्रिज ने म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के भ्रष्टाचार की पोल खुल दी है। दरअसल यह ब्रिज पिछले 9 महीने से बंद पड़ा है। जांच के नाम पर अब तक 4 एजेंसियों की रिपोर्ट आ चुकी है और सभी रिपोर्ट्स में खराब मैटेरियल का खुलासा हुआ है। लेकिन म्युनिसिपल कॉरपोरेशन जिम्मेदार अधिकारियों और निर्माण करने वाली एजेंसी पर एक्शन लेने के बजाए जांच पर जांच करा रही है। कभी स्लैब की जांच होती है तो कभी पिलर की। दावा किया गया था कि ये ब्रिज 50 साल तक चलेगा, लेकिन ये 5 साल भी नहीं चल सका।
पल्ला झाड़ रहे कॉरपोरेशन के अधिकारी
म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अधिकारियों द्वारा इस फ्लाईओवर को बनाने में बड़ा घपला किया गया है और अब हालात ऐसे हैं कि इस फ्लाईओवर ब्रिज को गिराने की नौबत आ गई है। क्योंकि फ्लाईओवर का स्लैब और पिलर बेहद कमजोर है। जिसके चलते ब्रिज पिछले 9 महीने से बंद है। 4 एजेंसियों ने अपनी जांच रिपोर्ट में खराब मैटेरियल का खुलासा किया है। वहीं म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अधिकारी जांच का हवाला देकर पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं।
4 साल बाद ही फ्लाईओवर में पड़ी दरारें फिर…
बता दें कि साल 2015 में हाटकेश्वर फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण शुरू हुआ था। यह 2017 में बनकर तैयार हुआ और इसे जनता के लिए खोल दिया गया। 4 साल बाद यानी 2021 में अचानक फ्लाईओवर में दरारें आ गईं। इसके बाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन ने इसकी मरम्मत करवा दी और फ्लाईओवर को दोबारा चालू करा दिया। लेकिन 2022 में फिर फ्लाईओवर में दरारें पड़ गई। जिसके बाद फ्लाईओवर ब्रिज को बंद कर दिया गया।