हल्द्वानी: शहर के कई इलाकों में अतिक्रमण के मामले में प्रशासन को बड़ी चुनौती का सामना पड़ गया. गुरुवार के दिन बनभूलपुरा इलाके में अतिक्रमण Haldwani Voilence हटाने के वजह से हिंसा हो गई. जब प्रशासन की टीम वहां अतिक्रमण हटाने गई थी जिसका लोगों द्वारा विरोध किया गया. अतिक्रमणकारियों का विरोध हिंसा के रुप में बदल गया और उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निशाना बना लिया, इस हिंसा में लगभग 100 पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि फायरिंग में 5 लोगों की मौत हो गई.
घायलों से मिलने पहुंचे सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घायलों से मिलने और उनका हाल-चाल लेने के लिए हल्द्वानी पहुंचे हैं. हलद्वानी Haldwani Voilence विधायक सुमित हृदेश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अधिकारियों पर हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया. फिलहाल हलद्वानी में धारा 144 लागू की गई है और पूरे इलाके में घेराबंदी कर दी गई है.
अर्धसैनिक बलों के अलावा शहर में लगभग 1,000 पुलिसकर्मी को तैनात कर दिया गया हैं. पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया है. एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीना ने कहा कि कई उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया गया है, जिनमें वह लोग भी शामिल हैं जो हिंसा को भड़काने में शामिल थे. फिलहाल अभी तो हल्द्वानी में इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिया गया हैं.
डीजीपी ने कहा एनएसए के तहत होगी कार्रवाई
उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि हल्द्वानी में पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले लोगों को और आगजनी, तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई होगी. डीजीपी ने एडीजी एपी अंशुमान के साथ नैनीताल में हिंसा प्रभावित इलाकों का उन्होंने कहा कि बनभूरपुर में पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले और आगजनी व तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी ताकि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा हो सकें.