Benefits of balam kheera :गर्मियों में खीरा खाना आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी “बालम खीरा” का नाम सुना है? शायद नहीं! ये एक ऐसा देसी खीरा है जो अब भी बहुत कम लोगों को ही पता है। इसका स्वाद भले आम खीरे जैसा न हो, लेकिन फायदे जबरदस्त हैं। इसमें इतने पोषक तत्व होते हैं कि इसे एक नेचुरल औषधि कहा जा सकता है।
पोषक तत्वों से भरपूर है बालम खीरा
बालम खीरे का फल, तना और छाल तीनों सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, क्रोमियम और ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल शरीर को बीमारियों से बचाने और अंदर से मजबूत करने में किया जाता है।
बालम खीरे के शानदार फायदे
इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार,अगर आपको बार-बार सर्दी-खांसी या इंफेक्शन होता है, तो बालम खीरे का सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसका चूर्ण बनाकर नियमित लेने से शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है।
पथरी से राहत दिलाता है किडनी स्टोन की परेशानी हो तो बालम खीरे का काढ़ा एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। यह धीरे-धीरे पथरी को घोलकर बाहर निकालने में मदद करता है।
पेट की समस्याओं में राहत गैस, कब्ज, बदहजमी जैसी दिक्कतों से परेशान हैं? तो बालम खीरा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट हल्का महसूस होता है।
बुखार और शरीर में सूजन में असरदार बालम खीरे की छाल को पीसकर खाने से वायरल फीवर, बदन दर्द और सूजन जैसी परेशानियों में राहत मिलती है। यह शरीर को ठंडक भी पहुंचाता है।
त्वचा को बनाए साफ और चमकदार बालम खीरे का रस खून को साफ करता है, जिससे मुंहासे, दाग-धब्बे और रैशेज़ धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं। इसका असर चेहरे पर साफ दिखता है।
पीलिया में भी असरदार,सुबह खाली पेट बालम खीरे का रस पीने से पीलिया में फायदा मिल सकता है। इसमें एक ऐसा प्राकृतिक तत्व होता है जो पीलिया जैसी बीमारी में कारगर माना जाता है।
इसका कैसे करें इस्तेमाल?
बालम खीरे को सुखाकर उसका चूर्ण बना सकते हैं या फिर इसका रस निकालकर पिया जा सकता है। दोनों ही तरीकों से यह सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है। ध्यान रहे, इसे संतुलित मात्रा में और नियमित रूप से लें।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है। यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।