Eye Care Tips: आजकल मोबाइल और कंप्यूटर का ज्यादा इस्तेमाल बच्चों की आंखों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। छोटी उम्र में ही आंखों से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं, खासकर स्क्विंट (आंखों का तिरछा होना) और कंप्यूटर विजन सिंड्रोम। विशेषज्ञों का कहना है कि स्क्रीन के लगातार इस्तेमाल से आंखों पर दबाव बढ़ता है, जिससे जलन, धुंधलापन और सिरदर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में, आंखों की देखभाल के लिए 20-20-20 फॉर्मूला बेहद मददगार साबित हो सकता है।
क्या है 20-20-20 फॉर्मूला?
आंखों को आराम देने के लिए डॉक्टर 20-20-20 फॉर्मूले की सलाह देते हैं। यह तरीका आंखों पर पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद करता है।
हर 20 मिनट बाद स्क्रीन से नजर हटाएं।
20 फीट दूर किसी चीज को देखें।
लगातार 20 सेकंड तक उसे देखने की कोशिश करें।
यह आसान सी प्रक्रिया आंखों की मांसपेशियों को आराम देती है और स्क्रीन से होने वाले तनाव को कम करती है।
कंप्यूटर विजन सिंड्रोम के लक्षण
अगर आप या आपके बच्चे लंबे समय तक स्क्रीन का इस्तेमाल करते हैं, तो यह लक्षण नजर आ सकते हैं।
आंखों में जलन और सूखापन महसूस होना।
लगातार सिरदर्द रहना और धुंधला दिखना।
आंखों में भारीपन और थकान महसूस होना।
आंखों का तिरछा होना या चीजें दोहरी दिखना।
आंखों की देखभाल कैसे करें?
आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ आदतों को अपनाना बहुत जरूरी है।
स्क्रीन टाइम कम करें
रोजाना 1से 2 घंटे से ज्यादा स्क्रीन के सामने बैठने न दें। ज्यादा स्क्रीन देखने से आंखों की रोशनी कमजोर हो सकती है।
थोड़ी-थोड़ी देर में ब्रेक दें
हर 20 मिनट बाद ब्रेक लेने की आदत डालें और बच्चों को आंखें बंद करके कुछ सेकंड आराम देने के लिए कहें।
आंखों की नियमित जांच कराएं
समय-समय पर आंखों की जांच करवाना जरूरी है। इससे किसी भी समस्या का जल्दी पता लगाया जा सकता है और सही इलाज मिल सकता है।
प्राकृतिक रोशनी में समय बिताने दें
सूरज की रोशनी और खुली हवा में समय बिताने से उनकी आंखें मजबूत होती हैं और उनकी सेहत भी अच्छी रहती है।
डॉक्टर से कब मिलें?
अगर आपके बच्चे को ये समस्याएं हो रही हैं, तो नेत्र विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क करें।
स्क्रीन देखने के बाद आंखों में जलन या दर्द हो।
धुंधला या दोहरी नजर आने लगे।
लंबे समय तक स्क्रीन देखने के बाद सिरदर्द बना रहे।
पढ़ाई के दौरान ब्लैकबोर्ड या किताबें साफ न दिखें।