Harmful effects of ice cream : गर्मी के मौसम में ठंडी चीजों की चाहत बढ़ जाती है, और आइसक्रीम का नाम आते ही हर किसी के चेहरे पर खुशी आ जाती है। बच्चे ही नहीं, बड़े-बुजुर्ग भी इसे बड़े चाव से खाते हैं। बाजार में आइसक्रीम के हजारों फ्लेवर मौजूद हैं, जो हर किसी की पसंद बन जाते हैं। खासतौर पर गर्मियों में तो बिना आइसक्रीम के रहना मुश्किल सा लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो आइसक्रीम आप इतने प्यार से खाते हैं, वह आपके लिए सेहत के लिहाज से कितनी खतरनाक हो सकती है? जी हां, गलत तरीके से बनाई गई आइसक्रीम धीरे-धीरे आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। दरअसल, कई बार आइसक्रीम को बनाने और लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसमें ऐसे केमिकल मिलाए जाते हैं, जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। हालांकि, अच्छे ब्रांड्स की आइसक्रीम में मिलावट कम होती है, जिससे वह अपेक्षाकृत सुरक्षित होती है।
आइसक्रीम में मिलाए जाने वाले नुकसानदायक तत्व
बाजार में कई अनब्रांडेड आइसक्रीम मिलती हैं, जिनमें मिलावट की संभावना ज्यादा होती है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने बताया है कि आइसक्रीम में कई तरह के हानिकारक पदार्थ मिलाए जा सकते हैं।
शुगर सिरप की मिलावट: आइसक्रीम में कॉर्न सिरप, फ्रुक्टोज सिरप और ग्लूकोज सिरप मिलाया जाता है, जिससे यह अधिक गाढ़ी और मीठी बनती है।
डिटर्जेंट और वॉशिंग पाउडर: कई अनब्रांडेड आइसक्रीम में डिटर्जेंट या वॉशिंग पाउडर की मिलावट पाई गई है, जिससे आइसक्रीम ज्यादा झागदार और चिकनी दिखती है।
खराब फैट: मलाईदार बनावट लाने के लिए इसमें अनहेल्दी वेजिटेबल ऑयल, डालडा या ट्रांस फैट मिलाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है।
गम्स और प्रिजर्वेटिव्स: आइसक्रीम को जल्दी पिघलने से बचाने और इसकी लाइफ बढ़ाने के लिए हानिकारक गम्स और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है।
सेहत पर पड़ने वाले खतरनाक असर
अगर आइसक्रीम सही और सुरक्षित तरीके से न बनाई गई हो, तो यह आपकी सेहत के लिए जहर बन सकती है। इसमें मौजूद हानिकारक तत्व कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं, जैसे
डायबिटीज का खतरा: ज्यादा मीठी आइसक्रीम लगातार खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है और टाइप-2 डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है।
हार्ट की बीमारी: ट्रांस फैट और अनहेल्दी ऑयल से बनी आइसक्रीम खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
पाचन तंत्र पर असर: केमिकल और प्रिजर्वेटिव्स से बनी आइसक्रीम पेट की समस्याओं, जैसे गैस, अपच और पेट दर्द का कारण बन सकती है।
सर्दी-खांसी का खतरा: ठंडी आइसक्रीम ज्यादा खाने से सर्दी-खांसी और गले में खराश की समस्या हो सकती है, खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों में।
आइसक्रीम का मजा ऐसे लें
बाजार की मिलावटी आइसक्रीम से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप घर पर ही ताजी और हेल्दी आइसक्रीम बनाएं। अगर बाहर से आइसक्रीम खरीद भी रहे हैं, तो हमेशा किसी अच्छे और भरोसेमंद ब्रांड की ही लें। खरीदने से पहले उसके इंग्रीडिएंट्स अच्छे से चेक करें और अनब्रांडेड आइसक्रीम खाने से बचें।
आइसक्रीम स्वाद में जितनी मजेदार होती है, उतनी ही सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकती है, अगर सही क्वालिटी की न हो। इसलिए अगली बार जब आइसक्रीम खाने का मन करे, तो एक बार सोच जरूर लें कि जो आप खा रहे हैं, वह आपकी सेहत के लिए सुरक्षित है या नहीं।
Disclaimer: यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कोई भी खान-पान संबंधी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।