Buttermilk benefits in summer गर्मी का मौसम आते ही शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है, जिससे थकान, डिहाइड्रेशन और चिड़चिड़ापन होने लगता है। ऐसे में ठंडी-ठंडी ड्रिंक्स जैसे नारियल पानी, बेल शरबत, आम पना और खासतौर पर छाछ शरीर को ठंडक देती हैं और ऊर्जा भी बनाए रखती हैं।
छाछ का सेवन क्यों करें
गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए छाछ एक बेहतरीन विकल्प है। यह लाइट होती है और पेट को भरने के बजाय हीट को बाहर निकालने में मदद करती है। छाछ पाचन को सुधारने में भी मदद करती है और इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट की सेहत को दुरुस्त रखते हैं। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि एक दिन में कितनी बार छाछ पीनी चाहिए और क्या यह हर किसी के लिए फायदेमंद है
छाछ के पोषक तत्व
छाछ में कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन-बी 12, राइबोफ्लेविन और प्रोबायोटिक्स जैसे पोषक तत्व होते हैं। यह फैट में कम और न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होती है। इसमें लैक्टिक एसिड होता है, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाकर पाचन में मदद करता है।
छाछ पीने के फायदे
पाचन के लिए फायदेमंद,छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाकर पाचन तंत्र को सुधारते हैं। इससे कब्ज की समस्या कम होती है और शरीर को पोषक तत्व अच्छे से मिलते हैं।
हाइड्रेशन, गर्मी में छाछ पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और हाइड्रेशन बनी रहती है। यह शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती, जिससे थकान कम होती है और शरीर सही तरीके से काम करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाती है,छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक्स शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
एसिडिटी में राहत,अगर आपको एसिडिटी की समस्या है, तो छाछ पीने से राहत मिल सकती है। इसका ठंडा और क्षारीय स्वभाव पेट की जलन को शांत करता है।
एक दिन में कितनी बार छाछ पीनी चाहिए
आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, गर्मियों में एक व्यक्ति को दिन में 1 से 2 गिलास छाछ पीनी चाहिए। इसे सुबह या दोपहर के भोजन के साथ लिया जा सकता है। अगर बहुत गर्मी हो या भूख कम लग रही हो, तो शाम को एक हल्का गिलास पी सकते हैं।
किन लोगों को छाछ से बचना चाहिए?
सर्दी-जुकाम या साइनस के मरीज, छाछ की ठंडी तासीर बलगम बढ़ा सकती है, जिससे सर्दी या जुकाम बढ़ सकता है।
जोड़ों के दर्द या गठिया के मरीज, ठंडी चीजें हड्डियों के दर्द को बढ़ा सकती हैं, इसलिए ऐसे लोग छाछ से बचें।
पेट में एसिडिटी या अल्सर,इस स्थिति में छाछ पीने से गैस या जलन हो सकती है।
दूध से एलर्जी या लैक्टोज इन्टॉलरेंस, इन लोगों को छाछ से बचना चाहिए क्योंकि इससे पेट दर्द या गैस की समस्या हो सकती है।
रात में छाछ न पीएं,रात में मेटाबॉलिक प्रक्रिया धीमी होती है, जिससे छाछ को पचने में समस्या हो सकती है।
छाछ पीने का सही समय
दोपहर के भोजन के साथ,इससे खाना अच्छे से पचता है।
गर्मी में धूप से लौटने के बाद,शरीर को ठंडक और हाइड्रेशन मिलती है, लेकिन तुरंत नहीं, थोड़ा रुककर पीएं।
भारी खाना खाने के बाद,पेट भारी लगने पर छाछ से पाचन में मदद मिलती है।
कुछ टिप्स
हमेशा ताजा छाछ पिएं, पुरानी छाछ से गैस की समस्या हो सकती है।
ठंडी या फ्रिज से निकली छाछ को तुरंत न पिएं, पहले सामान्य तापमान पर लाएं।
मसालेदार छाछ पसंद नहीं हो तो आप सिर्फ काला नमक और जीरा पाउडर डालकर भी पी सकते हैं।
गैस या अपच की समस्या हो तो छाछ में हींग, पुदीना या अजवाइन मिलाकर पिएं।
गर्मी में छाछ को सही मात्रा और समय पर पीने से यह शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ पाचन और इम्यूनिटी में भी मदद करती है। ध्यान रखें कि इसका सेवन सावधानी से किया जाए, ताकि स्वास्थ्य को नुकसान न हो।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है। यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।