Menopause symptoms: मेनोपॉज महिलाओं की जिंदगी का एक आम हिस्सा ही है,जैसे 10,12 की उम्र में महिलाएं पीरियड्स का सामना करती है। उसी तरह महिलाएं एक बार फिर अपने उमर के 30,40 के दौरान मेनोपॉज जैसी समस्याओं से लड़ती है।ये हर महिला के जीवन का हिस्सा है। यह बदलाव शरीर में हार्मोनल के बदलने से होता है, जो कभी-कभी परेशानियां पैदा करता हैं। इसके साथ कुछ शारीरिक और मानसिक लक्षण होते हैं, जिनका सामना करना पड़ सकता है।
क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स?
डॉ. आस्था दयाल, जो सी.के. बिरला अस्पताल, गुरुग्राम में स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, बताती हैं कि मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलावों की वजह से शरीर और दिमाग में कई बदलाव आते हैं। इन बदलावों को सही तरीके से मैनेज करने के लिए महिलाओं को अपनी डाइट और रूटीन में कुछ छोटे बदलाव करने होते हैं।
मेनोपॉज के शुरुआती लक्षण
स्पॉटिंग या अनियमित रक्तस्राव, पेशाब में लीकेज या स्ट्रेस, यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस, वजन बढ़ना, नींद में कमी, स्तनों का सेंसिटिव होना,योनि में बदलाव,गर्मी का अहसास (हॉट फ्लशेज), हृदय की धड़कन में बदलाव, चिड़चिड़ापन और तनाव, अत्यधिक थकान
मांसपेशियों में दर्द और जकड़न, त्वचा में बदलाव (सूखापन और झुर्रियां), हड्डियों में कमजोरी और दर्द, याददाश्त में कमी या मानसिक, स्पष्टता में गिरावट, लिबिडो में कमी
मेनोपॉज से बचने के टिप्स
हाइड्रेटेड रहें
अपनी बॉडी को अच्छे से काम करने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है। इसके अलावा नींबू पानी और नारियल पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक्स को भी अपनी डाइट में शामिल करें।
हेल्दी फूड्स खाएं
मेनोपॉज से बचने के लिए अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन मीट जैसी हेल्दी चीजें शामिल करें। विटामिन-डी और कैल्शियम से भरपूर फूड्स भी खाने चाहिए।
एक्सरसाइज करें
नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से शरीर फिट रहता है,
वजन नियंत्रित रहता है और मूड भी अच्छा रहता है। इससे मेनोपॉज के दौरान होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है।