Health News-जी मितलाना, या उल्टी जैसा महसूस होना, वह स्थिति होती है जब शरीर उल्टी के लिए तैयार होता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे लंबी यात्रा, ज्यादा या खराब भोजन करना, या किसी बदबूदार चीज का सामना करना। अगर आपको भी अक्सर जी मितलाने की समस्या होती है, तो यहां कुछ घरेलू उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप इस परेशानी से राहत पा सकते हैं।
अदरक का सेवन
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जी मितलाने की समस्या को कम करने में मदद करते हैं। यदि यात्रा करते समय आपको उल्टी जैसा महसूस हो, तो आप अदरक चबा सकते हैं। घर पर भी अगर उल्टी का अहसास हो, तो अदरक को पानी में घिसकर उबालकर उसकी चाय बना सकते हैं। यह उपाय जल्दी असर करता है और जी मितलाने की दिक्कत को दूर कर देता है।
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नींबू पानी का सेवन
सुबह के समय अक्सर जी मितलाने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में नींबू पानी पीने से राहत मिलती है। नींबू पानी पीने से न केवल जी मितलाना रुकता है, बल्कि शरीर को हाइड्रेशन भी मिलता है। अगर उल्टी होती भी है, तो नींबू पानी शरीर को शांति और आराम देता है, जिससे असहजता कम होती है।
बेकिंग सोडा से मुंह धोना
एक चौथाई चम्मच बेकिंग सोडा को आधे गिलास पानी में मिलाकर मुंह से कुल्ला करें। यह उपाय न केवल जी मितलाने की समस्या को दूर करता है, बल्कि मुंह का बिगड़ा हुआ स्वाद भी ठीक कर देता है। बेकिंग सोडा का यह पानी जी मितलाने के लक्षणों को राहत देता है और उल्टी की संभावना को कम करता है।
पुदीने के पत्तों का सेवन
पुदीने के पत्तों में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो पेट को ताजगी और शांति देते हैं। जी मितलाने की स्थिति में पुदीने के पत्ते चबाएं या इन्हें पानी में उबालकर चाय बना लें। पुदीने का सेवन उल्टी के एहसास को कम करता है और पेट को आराम पहुंचाता है।
दालचीनी का सेवन
दालचीनी का गर्म पानी में सेवन भी जी मितलाने को रोकने में मदद करता है। एक कप पानी में दालचीनी डालकर उबालें और स्वाद अनुसार शहद मिलाकर पिएं। यह आयुर्वेदिक उपाय न केवल जी मितलाने से राहत देता है, बल्कि उल्टी के लक्षणों को भी कम करता है।