World Thyroid Day 2025: हर साल 25 मई को विश्व थायरॉइड दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को थायरॉइड से जुड़ी जरूरी बातों के बारे में जानकारी दी जा सके। थायरॉइड हार्मोन का संतुलन बिगड़ने पर शरीर में कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। ऐसे में खानपान पर खास ध्यान देना जरूरी हो जाता है।साबुत अनाज, जो पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, थायरॉइड मरीजों के लिए काफी मददगार माने जाते हैं। ये शरीर को ऊर्जा देते हैं, वजन नियंत्रित रखते हैं और ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखते हैं।
क्विनोआ: संपूर्ण पोषण से भरपूर
क्विनोआ एक ऐसा अनाज है जिसमें सभी 9 जरूरी अमीनो एसिड होते हैं। इसमें आयरन, फोलेट और मैग्नीशियम की भी भरपूर मात्रा होती है, जो थायरॉइड के लिए फायदेमंद हैं।
कैसे खाएं:इसे पकाने से पहले 10 मिनट पानी में भिगोएं। 1 भाग क्विनोआ में 2 भाग पानी डालें और धीमी आंच पर 15 मिनट पकाएं। इसे सब्जियों के साथ या खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं।
ब्राउन राइस :फाइबर से भरपूर
ब्राउन राइस में प्रोटीन, बी-विटामिन और मैग्नीशियम मौजूद होता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है।
कैसे खाएं: इसे पकाने से पहले 30 मिनट भिगोएं और फिर 2 कप पानी में 25-30 मिनट धीमी आंच पर पकाएं। पुलाव या खिचड़ी में इसका इस्तेमाल करें।
ओट्स: पेट को रखें हल्का
ओट्स फाइबर से भरपूर होते हैं और पेट को देर तक भरा रखते हैं। इसमें बीटा-ग्लूकन होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
कैसे खाएं: ½ कप ओट्स को 1 कप दूध या पानी में पकाएं। इसमें हल्दी, दालचीनी या फल डालकर नाश्ते में लें।
किन साबुत अनाजों से बचें?
थायरॉइड मरीजों को बाजरा (मिलेट) और कुट्टू (बकवीट) जैसे गोइट्रोजन वाले अनाज से बचना चाहिए, क्योंकि ये थायरॉइड हार्मोन बनने में रुकावट डाल सकते हैं। हालांकि भिगोने और पकाने से इनका असर कम हो सकता है।थायरॉइड में संतुलित खानपान बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए साबुत अनाजों को सही तरीके से पकाकर और मात्रा में संतुलित करके खाने से थायरॉइड की समस्या को कंट्रोल करना आसान हो सकता है।