Health news: सर्दी के मौसम में सबसे ज़्यादा मज़ा आता है ब्लैंकेट ओढ़ के बैठने में, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कंबल में जाने के बाद भी पैरों में ठंडक बनी रहती है। पैर गरम नहीं होते है।अगर आपको भी ऐसी परेशानी हो रही है, तो यह जानना जरूरी है कि इसके पीछे कुछ खास कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं वो कारण, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
ब्लड सर्कुलेशन की समस्या
अगर पैरों में सही तरीके से खून का बहाव नहीं हो रहा है, तो ये ठंडे रहते हैं। जब ब्लड सर्कुलेशन सही से काम नहीं करता, तो शरीर के नीचे के हिस्से तक गर्मी नहीं पहुंच पाती, जिससे पैरों में ठंडक बनी रहती है। इसके लिए आप हल्की फुल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं, जिससे आपको आराम मिल सकता है।
डायबिटीज
डायबिटीज से जुड़ी समस्याओं में ब्लड सर्कुलेशन पर असर पड़ता है। इससे पैरों में सुन्नता या ठंडक महसूस हो सकती है। ये न्यूरोपैथी नामक समस्या का हिस्सा हो सकती है, जो नसों को प्रभावित करती है। डायबिटीज के मरीजों को इस लक्षण को अनदेखा नहीं करना चाहिए।
थायरॉयड की परेशानी
थायरॉयड का होना भी शरीर के तापमान पर असर डाल सकता है। हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) में शरीर का तापमान ठीक से कंट्रोल नहीं हो पाता, जिससे पैरों में गर्मी महसूस नहीं होती। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर के पास जाना जरूरी है।
एनीमिया (खून की कमी)
अगर शरीर में खून की कमी है, यानी एनीमिया है, तो पैरों में ठंडक और थकावट महसूस हो सकती है। खासकर जब आयरन की कमी होती है, तब ये समस्या और बढ़ सकती है। इससे बचने के लिए आयरन से भरपूर आहार लें और डॉक्टर से सलाह लें।
नसों की समस्याएं
अगर नसों में सूजन या रेनॉड सिंड्रोम जैसी कोई समस्या है, तो भी पैरों में गर्मी नहीं पहुंच पाती। इन समस्याओं के कारण पैरों में ठंडक बनी रहती है, भले ही आप कंबल में क्यों न बैठे हों। इसे हल्के में न लें और इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाएं।