यमुना एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक हादसा, बस और ट्रक की टक्कर में 5 की मौत, 15 घायल

अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेसवे पर डबल डेकर बस और ट्रक की जोरदार टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई और 15 से ज्यादा घायल हो गए। हादसे में तेज रफ्तार और लापरवाही को कारण बताया जा रहा है। प्रशासन ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, मृतकों के परिजन सूचित।

Yamuna Expressway

Yamuna Expressway Accident: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में यमुना एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई और 15 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब दिल्ली से मऊ जा रही एक डबल डेकर प्राइवेट बस ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस के परखच्चे उड़ गए। मृतकों में पांच महीने का एक बच्चा, एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं। घायलों में छोटे बच्चों समेत कई महिलाएं और पुरुष हैं। हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे के पीछे तेज रफ्तार और लापरवाही को मुख्य कारण माना जा रहा है।

भीषण टक्कर में उजड़ी जिंदगियां

यह हादसा देर रात अलीगढ़ के Yamuna Expressway के 56 नंबर स्थान पर हुआ। हादसे का शिकार हुई डबल डेकर बस अयोध्या के कृष्णा ट्रेवल्स की बताई जा रही है। बस बीयर की बोतलों से भरे एक ट्रक से पीछे से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और यात्री खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले। दुर्घटना के वक्त बस में बच्चों और महिलाओं समेत कई यात्री सो रहे थे, जिससे घायलों की संख्या बढ़ गई।

घायलों का इलाज

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। घायलों को जेवर के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में 11 महीने की बच्ची, एक पांच वर्षीय बच्चा, तीन महिलाएं और नौ पुरुष शामिल हैं। मृतकों में से तीन की पहचान हो चुकी है, जबकि दो की पहचान अभी बाकी है। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ड्राइवर की लापरवाही

बस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। सामने ट्रक को देखकर उसने समय पर ब्रेक नहीं लगाया, जिससे यह हादसा हुआ। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और ड्राइवर की भूमिका की भी जांच की जा रही है। मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है।

Yamuna Expressway पर ऐसे हादसे अक्सर सामने आते हैं। प्रशासन और परिवहन विभाग को तेज गति और लापरवाही के मामलों पर सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए ताकि यात्रियों की जान बचाई जा सके।

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