Tech Ki Khabar: अगर आप भी एंड्रॉयड Android फोन यूज़ करते हैं तो आपके लिए यह एक बड़ी खबर हो सकती है आपके फोन में मैलवेयर Malware हो सकता है. हम ऐसा इसलिए बता रहे हैं क्योंकि 6 ऐसे एंड्रॉयड एप्स की पहचान की गई है जो लगभग 2 साल से गूगल प्ले-स्टोर पर मौजूद हैं और इन एप्स मे मैलवेयर है. इन एप्स की पहचान एक सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा किया गया है.
साइबर सिक्योरिटी रिसर्च फर्म (ESET) के रिपोर्ट के अनुसार कुल 12 एप्स ऐसे है जिनमे एक मैलवेयर Malware है जिसका नाम (VajraSpy) बताया गया है, लेकिन इन छह एप्स को गूगल प्ले-स्टोर Google Play Store ने हटा दिया है. उसके बाद भी यह छह एप अभी भी प्ले-स्टोर पर मौजूद हैं. यह मैलवेयर किसी भी एंड्रॉयड फोन की जासूसी करने मे सक्षम है.
आइए जानते हैं कोन से वह 6 एप्स जिनमें मौजूद है मैलवेयर..
- Privee Talk
- Let’s Chat
- Quick Chat
- Chit Chat
- Rafaqat
- MeetMe
मैलवेयर से बचने के लिए करना होगा यह काम
अगर आपके मोबाइल फोन में उपर लिखे गए एप्स में से कोई भी एप मौजूद है तो उसे तुरंत अपने फोन से डिलीट कर दे. आपके मोबाइल फोन में मौजूद यह मैलवेयर आपके फोन से किसी भी जरुरी जानकारी को हैकर्स तक पहुंचा सकता है और इसके अलावा यह आपके कॉल को भी आपकी जानकारी के बिना रिकॉर्ड कर सकता है. इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है जिससे आप खुद़ को हैक होने से बचा सकते है.
इसके लिए आपको अपने फोन का सॉफ्टवेयर अपडेट करना होगा और इसके अलावा अगर आपके फोन के फाइल मैनेजर में कोई संदिग्ध फाइल या फोल्डर दिख रहा है तो उसे तुरंत डिलीट कर दिजिए.
Malware क्या है?
मैलवेयर एक तरह का सॉफ़्टवेयर या मोबाइल ऐप होता है. जिसे खास तौर पर, किसी कंप्यूटर, मोबाइल फोन, इन पर यूज़ किए जा रहे सॉफ़्टवेयर या इनके उपयोगकर्ताओं को हानि पहुंचाने के लिए बनाया जाता है. मैलवेयर से उपयोगकर्ता को हानि पहुंचाने वाले कार्य किया जाता है. मैलवेयर में वायरस, स्पायवेयर, वर , ऐडवेयर, और ट्रोजन शामिल होते हैं.