14 जुलाई को लॉर्डस् में खेले गए भारत बनाम इंग्लैंड दूसरे एक दिवसीय मैच में इंग्लैंड की टीम ने सीरीज में शानदार वापसी करते हुए भारत को 100 रनों से मात दी। गौरतलब है कि पहले ODI मैच में जहां गब्बर और रोहित की सलामी जोड़ी ने अकेले मैच जिताया था वहीं दूसरे मैच में दोनों ओपनर फ्लॉप रहे, इसके अलावा पूरी भारतीय टीम 146 रनों पर सिमट गई।
इंग्लैंड की तरफ से शानदार गेंदबाजी करते हुए रीस टोपली ने 9.5 ओवर में 2 मेडिन करते हुए मात्र 24 रन देकर 6 विकेट लिए। इस उम्दा गेंदबाजी के चलते टोप्ली इस मैच के प्लेयर ऑफ द मैच रहे। टॉप्ली ने रोहित शर्मा, शिखर धवन, सूर्यकुमार यादव, मोहम्मद शमी, युजवेंद्र चहल और प्रसिद्ध कृष्णा का विकेट लिया। आइए नजर डालते हैं भारत की हार के 3 प्रमुख कारणों पर –
1.चेस मास्टर फिर हुए फ्लॉप –
भारतीय टीम के चेस मास्टर विराट कोहली एक बार फिर से 20 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए, इस मैच में डेविड विली की आउट स्विंग नें उन्हें चलता किया। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाजों के आउट होने का बाद कोहली से उम्मीद थी कि वे पारी को संभालेंगे और आसान से लगने वाले लक्ष्य को जरूर चेस कर लेंगे मगर विराट 25 गेंदों में मात्र 16 रन बनाकर चलते बने। विराट के बल्ले से इस मैच में 3 चौके जरूर निकले लेकिन पारी को लंबा करने में कोहली कामियाब नहीं हो पाए।
2.टॉप ऑर्डर हुआ फेल –
क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल माना जाता है इसका एक उदाहरण में इस मैच में भी देखने को मिला जहां पहले ODI मैच में बिना एक भी विकेट गंवाए रोहित और शिखर ने मैच जिताया था वहीं दूसरे ODI में पूरी भारतीय टीम भी मैच ना जिता पाई, जिस रोहित शर्मा ने पहले ODI में 76 रन बनाकर टीम को जिताया था वही रोहित शर्मा दूसरे ODI में खाता तक नहीं खोल पाए। जिस शिखर धवन ने पहले ODI में 31 रन बनाकर अंत तक पारी को संभाले रखा वही शिखर धवन दूसरे ODI में 9 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। केवल सलामी जोड़ी ही बल्कि इस मैच में भारतीय टीम का पूरा टॉप आर्डर बुरी तरह फेल हो गया। विराट मात्र 16 रन बनाकर बटलर को कैच थमा बैठे, और 4 नंबर पर बल्लेबाजी करने आए ऋषभ पंत खाता तक ना खोल पाए।
इंग्लैंड को हल्के में लेना पड़ा भारी –
हम सभी जानते हैं कि इंग्लैंड को पहले ODI में भारत से बुरी तरह हारना पड़ा था, भारतीय टीम ने पहले तो 110 रनों पर इंग्लैंड की पूरी टीम को आउट कर दिया और फिर रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने अकेले ही रन चेस कर लिए जिसके फलस्वरूप भारत ये मैच 10 विकेट से जीता था।
इस शानदार जीत के बाद शायद भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड की टीम को हल्के में लेने लगे। दूसरे ODI में भी इंग्लैंड के टॉप 5 बल्लेबोजों में कोई भी बल्लेबाज ज्यादा समय तक क्रीज पर नहीं टिक पाया लेकिन फिर मध्य क्रम के बल्लेबाजों ने जैसे तैसे करके स्कोर को 246 तक पहुंचाया। 247 का लक्ष्य काफी आसान लग रहा था लेकिन फिर इंग्लैंड की तरफ से शानदार गेंदबाजी हुई और भारतीय टीम 146 रनो पर ही लोर गई।
17 जुलाई को दोनों टीमों के बीच में इस सीरीज का तीसरा और आखरी मुकाबला खेला जाएगा जो कि निर्णायक मुकाबला होगा।