बर्मिंघम में खेले गए टेस्ट मैच में 5 जुलाई को इंग्लैंड की टीम ने भारत के मुंह से जीत को छीन लिया। पहली पारी में भारत का पलरा भारी था लेकिन दूसरी पारी में खेल बदला और इस कदर बदला कि भारत के हाथ में आया ये मैच इंग्लैंड की टीम 7 विकेट से जीत गई। भारत के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इस हार के लिए गेंदबाजों का बचाव करते हुए बल्लेबाज़ो को जिम्मेदार ठहराया है। पूरा मामला क्या है जानिए हमारी इस खास रिपोर्ट में।
1 जुलाई से 5 जुलाई तक चला पांचवे टेस्ट मैच में पहली पारी में भारत के लिए सब ठीक था, ऋषभ पंत और जड़ेजा शतक जड़ चुके थे और भारतीय टीम ने पहली पारी में 416 रन बनाकर इंग्लैंड को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया था, लेकिन दूसरी पारी में ना तो भारतीय बल्लेबाज चल पाए और ना ही गेंदबाज। नतीजन दूसरी पारी में भारत 245 रनो पर ऑल आउट हो गया। गेंदबाजी की बारी आई तो 3 विकेट गिराने के बाद भारतीय गेंदबाज मानो विकेट लेना ही भूल गए, और इंग्लैंड की तरफ से जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने ना सिर्फ शतक लगाया बल्कि नाबाद रहते हुए टीम को 7 विकेट से जीत भी दिलाई।
भारत की इस हार में बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनो की ही कमियां थीं लेकिन टीम की कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह को केवल बल्लेबाजों की गलती ही दिखी।
बुमराह ने कहा, ”टेस्ट क्रिकेट की यही खूबी है कि तीन दिन अच्छा खेलने के बावजूद हार संभव है। हम कल (चौथे दिन) अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके। वहीं से मैच हमारी पकड़ से निकल गया। मैच के बाद यह अगर-मगर तो हमेशा रहेगा। अगर पहले मैच में बारिश नहीं हुई होती तो हम सीरीज जीत जाते, लेकिन इंग्लैंड ने बहुत अच्छा खेला। ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा के जवाबी हमले ने हमें मैच में लौटाया। हमने एक समय मैच में इंग्लैंड को दबाव में ला दिया था।”
कभी बारिश तो कभी बल्लेबाजो पर मैच में हार का ठीकरा फोड़ते कप्तान जसप्रीत बुमराह को गेंदबाजो की कोई भी गलती नजर रहीं आई, लेकिन पूरा देश जानता है कि बेयरस्टो और रूट की पार्टनरशिप तोड़ने में अगर भारतीय गेंदबाज कामियाब हो जाते तो भारत इस मैच को जीत सकता था। फिसहाल भारत को 3 मैचों की T20 और 3 ही मैचों की ODI सीरीज भी इंग्लैंड के साथ खेलनी है।