भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S. Jaishankar) ने लोकसभा में रुस-यूक्रेन युद्ध पर बात करते हुए भारत का पक्ष बताया। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत संघर्ष के खिलाफ है और किसी भी विवाद का अंत कूटनीति और संवाद से होगा, ना कि मासूम लोगों की जान लेकर।
सदन में एस जयशंकर ने कहा “ये ध्यान में रखना चाहिए कि समकालीन वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर आधारित है जो अंतरराष्ट्रीय कानून के सम्मान, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए बनाई गई है। अगर भारत ने एक पक्ष चुना है, तो यह शांति का पक्ष है और हिंसा को तत्काल खत्म करने का पक्ष है।
विदेश मंत्री ने कहा, कूटनीति विवाद का जवाब है (India Breaks Silence)
लोकसभा में बयान देते हुए भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत यूक्रेन के संघर्ष को समर्थन नहीं करता, “हमारा मानना है कि खून बहाकर और मासूमों की जान की कीमत पर कोई समाधान नहीं मिल सकता है, आज के समय में संवाद और कूटनीति किसी भी विवाद का सही जवाब है।”
UNSC में भारत ने बूचा नरसंहार की निंदा की थी और आम लोगों की हत्या के मामले में स्वतंत्र जांच की मांग की थी। भारत समेत कई दूसरे देशों ने भी बूचा में मासूमों की हत्या पर स्वतंत्र जांच का समर्थन किया था।