Russia-Ukraine के बीच हो रही जंग को आज एक महीना पूरा हो गया है। दोनों देशों के बीच अभी भी जंग जारी है कोई भी एक दूसरे के सामने झुकने का नाम नहीं ले रहे है। रूस वार करने से पीछे नहीं हट रहा है और यूक्रेन भी झुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी बीच 4 अप्रैल को भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन के बूचा में हुई आम नागरिकों की हत्या की निंदा भी की (India On Bucha Massacre)
बूचा नरसंहार पर भारत की प्रतिक्रिया (India On Bucha Massacre)
रूस-यूक्रेन के बीच एक महीने से चल रहे युद्ध में यूक्रेन में बहुत से फसे नागरिक और वहां के स्थानीय लोगों ने अपनी जान गवाई है। दरअसल यूक्रेन में बूचा में आम लोगों की हत्या हुई है और इसी हत्या पर बात करते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में निंदा की (India On Bucha Massacre) और संयुक्त राष्ट्र से स्वतंत्र जांच की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बूचा में हत्याओं की रिपोर्ट को ‘भीतर तक परेशान करने वाला’ बताया। उन्होंने कहा कि भारत ‘स्पष्ट रूप से’ हत्याओं की निंदा करता है। बूचा में रूसी सेना पर नरसंहार के आरोप लगे हैं। बूचा के लोगों का दावा है कि रूसी सेना ने वहां करीब 320 लोगों को बर्बरता के साथ मौत के घाट उतार दिया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में दूसरे देशों ने भी बूचा में हुई हत्याओं पर संयुक्त राष्ट्र से स्वतंत्र जांच की मांग की।
बूचा से रूसी सेना की वापसी
रूस ने बूचा से अपनी सेना को वापस बुला लिया है। बूचा से रूसी सेना की वापसी के बाद सड़कों पर कई आम नारगिकों की लाशें मिली हैं। इन लाशों में से कई लाशों के हाथ पीछे से बांधे हुए मिले और उनको बेहद नजदीक से गोली मारी गई है। बूचा शहर की सड़कों पर कई अधजली लाशें भी पाई गई हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इन सबके लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस के राष्ट्रपतिपर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने की बात कही है।